रेल प्रशासन के खिलाफ गरजे मेंस यूनियन नेता
दक्षिण पूर्व रेलवे अंतर्गत खड़गपुर रेलवे वर्कशॉप में मेंस यूनियन
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : दक्षिण पूर्व रेलवे अंतर्गत खड़गपुर रेलवे वर्कशॉप में मेंस यूनियन की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में महिलाएं समेत सैकड़ों की संख्या में रेल कर्मचारी शामिल हुए। इस दौरान मेंस यूनियन के नेताओं ने वर्कशॉप को निकट भविष्य में बंद करने के लिए रेल प्रशासन पर षड्यंत्र का आरोप लगाया।
मेंस यूनियन नेता अजीत घोषाल ने कहा कि शहर में स्थित देश की सबसे बड़ी रेलवे वर्कशॉप को आने वाले दिनों में बंद करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। इसके पहले प्रि¨टग प्रेस को बंद कर दिया गया, लेकिन कोई भी रेल ट्रेड यूनियन कुछ नहीं कर सका। खड़गपुर वर्कशॉप में भी विभिन्न विभागों का निजीकरण किया जा रहा है। आउटसोर्सिंग के तहत ठेका पद्धति से मजदूरों से काम कराया जा रहा है। रेल कर्मचारी 50 हजार रुपये तक तनख्वाह लेते हैं, लेकिन रेल कर्मियों के साथ ही एक समान काम करने वाले ठेका कर्मियों को मात्र पांच हजार रुपये ही मिलते हैं, लेकिन लाखों रुपये की कमाई ठेकेदारों को होती है। इसलिए अविलंब ठेका पद्धति से काम कराना बंद करना होगा। उन्होंने कहा कि संगठन की ओर से रेलवे व रेल कर्मियों के हित में इसके आगे और भी वृहत्तर पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा। स्थाई पदों का सरेंडर बंद करने, रेल कर्मियों को यूनिफॉर्म भत्ता प्रदान करने, सभी विभागों में स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने, इंसेटिव रेट व इंसेटिव बोनस में संशोधन करने आदि मांगें यूनियन की ओर से उठाई गई।