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बंगाल में चक्रवात 'दाना' से अब तक 4 लोगों की मौत, ओडिशा में भी 1.75 लाख एकड़ में फसल बर्बाद; गिरे कई पेड़

बंगाल में चक्रवात दाना के कारण तीन और लोगों की मौत हो गई जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। कोलकाता व सुंदरवन में चक्रवात के कारण टूटे बिजली के तार से झटका लगने से दो लोगों की मौत हुईं वहीं हावड़ा में चक्रवात के कारण भारी बारिश से जलमग्न हुई एक सड़क पर गिरने से एक व्यक्ति की जान चली गई।

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Sat, 26 Oct 2024 10:38 PM (IST)
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बंगाल में च्रकवात दाना का कहर (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता : बंगाल में चक्रवात 'दाना' के कारण तीन और लोगों की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। कोलकाता व सुंदरवन में चक्रवात के कारण टूटे बिजली के तार से झटका लगने से दो लोगों की मौत हुईं, वहीं हावड़ा में चक्रवात के कारण भारी बारिश से जलमग्न हुई एक सड़क पर गिरने से एक व्यक्ति की जान चली गई।

इससे पहले पूर्व बद्र्धमान जिले के बुदबुद इलाके में भी बिजली के तार की चपेट में आने से चंदन दास (31) नामक सिविक वालंटियर की मौत हो गई थी। कोलकाता के भवानीपुर इलाके में बिजली के तार के स्पर्श से सौरव प्रसाद गुप्त (25) नामक युवक की जान चली गई। वे मूल रूप से बिहार के रहने वाले थे। भवानीपुर में उनकी नमकीन की दुकान है। पिता के साथ दुकान जाते वक्त यह हादसा हुआ।

बिजली के तार के छूने से युवक की मौत

इसी तरह सुंदरवन के पाथरप्रतिमा इलाके में बिजली के तार के स्पर्श से एक किशोर की मौत हो गई। दूसरी तरफ हावड़ा के तांतीपाड़ा इलाके में बारिश के पानी से भरी सड़क पर एक व्यक्ति को मृत पाया गया। प्राथमिक तौर पर अनुमान है कि ठोकर खाकर गिरने से उनकी मौत हुई। मृतक की शिनाख्त गौतम चट्टोपाध्याय (38) के रूप में हुई है। वे हावड़ा नगर निगम के सफाई विभाग के अस्थायी कर्मी थे।

ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति

चक्रवात 'दाना' के कमजोर होने के बावजूद ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में तेज हवा के साथ हो रही वर्षा के कारण निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति है। एक आकलन के मुताबिक चक्रवात से राज्य में 1.75 लाख एकड़ भूमि में लगी फसलों को नुकसान पहुंचा है। इधर, मयूरभंज के सिमलीपाल पर्वतीय क्षेत्रों में हुई भारी वर्षा के कारण बुधबलंगा, सोनो और कंसाबंसा नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।  

इसके आधार पर नुकसान और मुआवजे का सटीक आकलन किया जाएगा। तटीय क्षेत्रों में 22 लाख लोगों की बिजली सेवा बहाल कर दी गई है। संबंधित क्षेत्रों में कुल 427 जगहों पर लगभग 1150 पेड़ के गिरने की सूचना मिली थी, जिसे दमकल विभाग के कर्मचारियों ने काटकर हटा दिया है, आवागमन सामान्य हो गया है।

गिरे कई पेड़

सात दिनों में मांगी रिपोर्टराजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि चक्रवात पीड़ितों के पुनर्वास का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। नुकसान के आकलन को लेकर जिलाधीशों से सात दिनों के अंदर सर्वेक्षण रिपोर्ट तलब की गई है। इसके आधार पर नुकसान और मुआवजे का सटीक आकलन किया जाएगा। तटीय क्षेत्रों में 22 लाख लोगों की बिजली सेवा बहाल कर दी गई है। 

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