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Kolkata: बंगाल पटाखा गोदाम विस्फोट में 9 लोगों की हुई मौत, मरने वालों में आतंकी आरोपी का बेटा और भाई भी शामिल

पश्चिम बंगाल के दत्तपुकुर में रविवार को एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ।फैक्ट्री में जोरदार धमाका के बाद आग लगी जिसमें अब तक नौ लोगों के मारे जाने की सूचना है।मरने वालों में एक आतंकवाद के एक आरोपी का बेटा और भाई भी शामिल हैं जो इस समय न्‍यायिक हिरासत में है।विस्फोट में मारे गए दो लोगों की पहचान रोनी शेख और जिरत शेख के रूप में हुई है।

By AgencyEdited By: Babli KumariUpdated: Tue, 29 Aug 2023 12:42 PM (IST)
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पटाखा फैक्ट्री में मरने वालों में आतंकी आरोपी का बेटा और भाई भी शामिल (प्रतीकात्मक फोटो)
कोलकाता, एजेंसी। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के दत्तपुकुर में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में रविवार को  जोरदार धमाका होके आग लग गई। इस हादसे में 9 लोगों की जान चली गई। बताया जा रहा है कि मारे गए नौ लोगों में एक आतंकी आरोपी का बेटा भी शामिल है जो वर्तमान में राज्य के सुधार गृहों में से एक में न्यायिक हिरासत में रह रहा है।

विस्फोट में मारे गए दो लोगों की पहचान रोनी शेख और जिरत शेख के रूप में की गई है। रोनी शेख फरवरी 2021 में मुर्शिदाबाद जिले के निमटीटा रेलवे स्टेशन पर हुए विस्फोट के आरोपी ईशा खान का बेटा है। रविवार सुबह हुए पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में ईशा खान का छोटा भाई जिरत शेख भी मारा गया है। ईशा खान निमटीटा रेलवे स्टेशन विस्फोट के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है।

रविवार को दत्तपुकुर विस्फोट में पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, जिरात शेख मुख्य व्यक्ति था जो उक्त अवैध पटाखा गोदाम के प्रमुख भागीदार केरामत शेख को पटाखों के निर्माण के लिए सामग्री की आपूर्ति करता था, जहां विस्फोट हुआ था।

केरामत शेख के ठिकाने को लेकर भ्रम की स्थिति

विस्फोट के बाद से केरामत शेख के ठिकाने को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार वह लापता है। स्थानीय लोगों के एक वर्ग ने दावा किया कि विस्फोट में उसकी भी मौत हो गई।

विस्फोट में मारे गए नौ लोगों में से चार मुर्शिदाबाद जिले के एक कस्बे सुती से हैं, जो ईशा खान, रोनी शेख और जिरात शेख का पैतृक शहर भी है।

अंतिम संस्कार करने के लिए ईशा खान को पैरोल पर किया गया रिहा

ईशा खान को अपने मृत बेटे और भाई का अंतिम संस्कार करने के लिए पैरोल पर रिहा करने के लिए पहले ही अदालत से मंजूरी मिल चुकी है। अदालत ने आदेश दिया है कि उसे ब्लैंकेट सिक्योरिटी कवर में अनुष्ठान करने की अनुमति दी जा सकती है और इसके अंत में उसे फिर से सुधार गृह में वापस लाया जाएगा।

दत्तपुकुर पटाखा विस्फोट में एनआईए को दोषी साबित करने की मांग को लेकर कलकत्ता उच्च न्यायालय में पहले से ही दो अलग-अलग जनहित याचिकाएं दायर की गई हैं। याचिकाकर्ताओं ने दावा किया है कि विस्फोट की प्रकृति और प्रभाव से ऐसा लगता है कि यह सामान्य पटाखों के विस्फोट का नतीजा नहीं था। जनहित याचिकाओं पर मंगलवार को सुनवाई होनी है।

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