West Bengal: बंगाल में शिक्षिका की नौकरी से वंचित महिला ने सिर मुंडवा कर किया प्रदर्शन, तृणमूल प्रवक्ता पर फेंका गया जूता
बंगाल में शिक्षिका की नौकरी से वंचित एक महिला अभ्यर्थी ने सिर मुंडवाकर विरोध-प्रदर्शन किया। महिला का नाम रासमणि पात्रा है। वह सिर मुंडवाते समय रो पड़ीं। उन्होंने कहा ‘मैं सभी से राजनीतिक दायरे से बाहर निकलने और हमारी समस्याओं का समाधान करने की अपील करती हूं। कृपया हमें हमारी वैध नौकरियां दिलाएं। पात्रा ने आगे कहा कि चलकर कई लोगों को अपने जीवन का बलिदान देना पड़ सकता है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में शिक्षिका की नौकरी से वंचित एक महिला अभ्यर्थी ने सिर मुंडवाकर विरोध-प्रदर्शन किया। योग्य होने के बावजूद नौकरी से वंचित अभ्यर्थी तीन साल से आंदोलन कर रहे हैं। रुपये लेकर अयोग्य लोगों को नौकरी देने व हजारों योग्य अभ्यर्थियों को नौकरी से वंचित किए जाने के विरोध में उन्होंने मध्य कोलकाता में सार्वजनिक रूप से सिर मुंडवाया।
बोली- जीवन का बलिदान देना पड़ सकता है
महिला का नाम रासमणि पात्रा है। वह सिर मुंडवाते समय रो पड़ीं। उन्होंने कहा, ‘मैं सभी से राजनीतिक दायरे से बाहर निकलने और हमारी समस्याओं का समाधान करने की अपील करती हूं। कृपया हमें हमारी वैध नौकरियां दिलाएं।’ पात्रा ने आगे कहा-‘अभी तो मैंने बालों का बलिदान दिया है। आगे चलकर कई लोगों को अपने जीवन का बलिदान देना पड़ सकता है। शायद हमारे जीवन का बलिदान सरकार के लिए आंखें खोलने वाला होगा।’
इसपर तृणमूल सांसद सौगत राय ने पूछा, यह कैसा नाटक चल रहा है? उनकी टिप्पणी की विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की है। भाजपा नेता सजल घोष ने कहा कि सौगत राय ने मानवीयता खो दी है, जो इस तरह की टिप्पणी से स्पष्ट है।
तृणमूल प्रवक्ता पर फेंका गया जूता
अभ्यर्थियों के धरना मंच पर पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव व प्रवक्ता कुणाल घोष पर भीड़ में से किसी ने जूता फेंका। इस दौरान ‘चोर-चोर’ के भी नारे लगे। इसके बावजूद कुणाल मंच पर चढ़े और कहा कि बातचीत से ही समस्या का समाधान संभव है।