Move to Jagran APP

सांसद अभिषेक बनर्जी ने मानी अपनी सरकार की गलतियां, ममता बनर्जी से नाराजगी या कुछ और?

तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने अपनी पार्टी की सरकार की खामियां सार्वजनिक रूप से स्वीकार की है और आरजी कर की घटना के मद्देनजर बंगाल सरकार के विभिन्न विभागों में सुधार की वकालत की है। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि कहीं यह उनकी पार्टी या ममता बनर्जी के प्रति नाराजगी तो नहीं है। पढ़ें उन्होंने क्या-क्या कहा।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Fri, 08 Nov 2024 09:58 PM (IST)
Hero Image
अभिषेक ने विभिन्न विभागों में सुधार की वकालत की। (File Image)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। शिक्षक भर्ती घोटाले, मवेशी तस्करी कांड से लेकर आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला डाक्टर से दरिंदगी की घटना तक बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार चौतरफा घिरी हुई है। विपक्ष इसको लेकर लगातार हमलावर है।

इस बीच तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने अपनी पार्टी की सरकार की खामियां सार्वजनिक रूप से स्वीकार की है और आरजी कर की घटना के मद्देनजर बंगाल सरकार के विभिन्न विभागों में सुधार की वकालत की।

विभागों में सुधार की बताई जरूरत

अभिषेक ने कोलकाता के कालीघाट इलाके में स्थित अपने आवास पर गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'आरजी कर की घटना को सबक की तरह लिया जाना चाहिए। केवल स्वास्थ्य विभाग नहीं, विभिन्न विभागों में सुधार होना चाहिए।' आरोप लगाया कि भाजपा ने आरजी कर कांड को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया लेकिन जनता का समर्थन नहीं मिला।

अभिषेक के खामियां स्वीकार करने के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कुछ लोग इसे अभिषेक की अपनी पार्टी के प्रति नाराजगी से जोड़कर देख रहे हैं। कुछ समय पहले उनके ममता बनर्जी के साथ मनमुटाव की अटकलों ने जोर पकड़ा था। दूसरी तरफ भाजपा ने अभिषेक के बयान पर कटाक्ष किया है।

भाजपा ने बोला हमला

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि ये खामियां ममता सरकार के भ्रष्टाचार की देन हैं। पूरी सरकार व तृणमूल भ्रष्टाचार में लिप्त है। अभिषेक खुद कोयला घोटाले में आरोपित हैं। उनके अगला मुख्यमंत्री बनने की बात की जा रही है, लेकिन उनकी पार्टी पहले उन्हें जेल जाने से तो बचा ले।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।