Bengal politics: 'बंगाल में कांग्रेस को तोड़ने की कोशिश कर रही TMC', अधीर रंजन ने सीएम ममता के खिलाफ खोला मोर्चा
दिल्ली में कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल से मुलाकात के बाद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि तृणमूल के खिलाफ मैं चुप कैसे रह सकता हूं हमारे अलावा और कौन हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से बोलेगा जिन्हें बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा हर दिन पीटा जा रहा है? राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी हर दिन कांग्रेस को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दिल्ली में कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल से मुलाकात के बाद पूर्व लोकसभा सदस्य अधीर रंजन चौधरी ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी पार्टी के आलाकमान पर तृणमूल कांग्रेस के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगाते हुए अप्रत्यक्ष रूप से हमला किया।
अधीर रंजन ने TMC पर लगाया कांग्रेस को तोड़ने का आरोप
अधीर रंजन ने मंगलवार रात को अपने इंटरनेट मीडिया पोस्ट में कहा कि तृणमूल के खिलाफ मैं चुप कैसे रह सकता हूं, हमारे अलावा और कौन हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से बोलेगा, जिन्हें बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा हर दिन पीटा जा रहा है? राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी हर दिन कांग्रेस को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
सामने आ चुके हैं मतभेद
मालूम हो कि अधीर रंजन और कांग्रेस आलाकमान के बीच हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों से पहले ही मतभेद सामने आने लगे थे। जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मई में मीडियाकर्मियों को यह बयान दिया था कि चुनावों के बाद सरकार बनाने के लिए क्या कदम उठाए जाएं, यह तय करने का काम अधीर रंजन का नहीं है, बल्कि पार्टी आलाकमान का है। खरगे ने यहां तक कह दिया था कि या तो पार्टी आलाकमान के फैसले का पालन करना होगा या फिर बाहर निकलना होगा।
हम पर अत्याचार कर रही है TMC: अधीर रंजन
खरगे के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अधीर रंजन ने कहा था कि कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य होने के नाते वह भी पार्टी आलाकमान का हिस्सा हैं। अधीर ने कहा कि आधिकारिक तौर पर आईएनडीआईए का हिस्सा होने के बावजूद तृणमूल ने हम पर अत्याचार करना बंद नहीं किया है। ऐसी स्थिति में मैं तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ चुप कैसे रह सकता हूं? अगर मैं ऐसा करता हूं तो मैं अपने जमीनी स्तर के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय करूंगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली को बंगाल के उन पार्टी कार्यकर्ताओं से बात करने की जरूरत है जो पार्टी का झंडा थामे रखने के लिए रोजाना संघर्ष कर रहे हैं और सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपने पार्टी साथियों के साथ सड़कों पर उतरूंगा और उनके आंदोलन को आगे बढ़ाऊंगा।
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