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West Bengal: पीएफआइ से जुड़े नेताओं की गतिविधियों को लेकर कोलकाता के सभी थानों को किया गया सतर्क

पीएफआइ नेताओं की गतिविधियों पर नजर रखने को कहा गया। हरियाणा पुलिस के साइबर सेल की तरफ से भी एक अलर्ट जारी किया गया है कि बैन के बाद पीएफआइ के नेता किसी भी बड़े वारदात को अंजाम दे सकते हैं।

By Jagran NewsEdited By: PRITI JHAUpdated: Tue, 11 Oct 2022 10:48 AM (IST)
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West Bengal: पीएफआइ से जुड़े नेताओं की गतिविधियों को लेकर कोलकाता के सभी थानों को किया गया सतर्क

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। केंद्र सरकार द्वारा पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) पर हाल में पाबंदी लगाए जाने के बाद अब कोलकाता पुलिस ने इस संगठन से जुड़े नेताओं की गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए सभी थानों को सतर्क किया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार की तरफ से पत्र भेजकर महानगर के सभी थानों को पीएफआइ से जुड़े नेताओं की गतिविधियों पर नजर रखने को कहा गया है। इसमें कोलकाता के किन-किन इलाकों में इस संगठन से जुड़े नेता हैं, अब वे क्या कर रहे हैं आदि पर नजर रखी जाएगी।

संगठनों की आड़ में क्रियाकलाप जारी

पुलिस सूत्रों के अनुसार, उन्हें गुप्त सूचना मिली है कि इस संगठन पर प्रतिबंध लगने के बाद से इससे जुड़े नेता अन्य संगठनों की आड़ में अपने क्रियाकलाप को जारी रखे हैं। वे किसी एनजीओ या अन्य संगठन के बैनर तले अपनी आगे की रणनीति के लिए बैठकें कर रहे हैं। इस तरह की जानकारी मिलने के बाद ही कोलकाता पुलिस मुख्यालय की ओर से प्रत्येक थानों को इस बारे में जानकारी जुटाने व निगरानी रखने को कहा गया है।

साइबर सेल की तरफ से भी अलर्ट जारी

ऐसी कोई खास जानकारी मिलने पर तुरंत लालबाजार स्थित वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी देने को कहा गया है। पुलिस सूत्र बताते हैं कि त्योहारी सीजन में किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना कहीं न हो इसके लिए भी पुलिसकर्मियों को अलर्ट रहने को कहा गया है।

गौरतलब है कि हरियाणा पुलिस के साइबर सेल की तरफ से भी एक अलर्ट जारी किया गया है कि बैन के बाद पीएफआइ के नेता किसी भी बड़े वारदात को अंजाम दे सकते हैं। इसके बाद सभी बड़े शहरों की पुलिस को सतर्क रहने को कहा गया है।

बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल में पीएफआइ और उससे जुड़े संगठनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। पीएफआइ के कथित देश विरोधी क्रियाकलापों व गतिविधियों के बारे में पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद केंद्र सरकार ने यह कदम उठाया है। बता दें कि इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने कोलकाता में पीएफआइ के कार्यालय में छापेमारी भी की थी और कई दस्तावेज जब्त किए थे। 

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