बंगाल में मानस भुइयां के इस्तीफे के बाद खाली हुई राज्यसभा की एक सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा, चार अक्टूबर को मतदान
बंगाल सरकार में मंत्री भुइयां ने इस साल मार्च-अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में पश्चिम मेदिनीपुर जिले की सबंग सीट से विधायक निर्वाचित होने के बाद राज्यसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था। बंगाल में ममता बनर्जी की अगुवाई में मई में बनने वाली सरकार में भुइयां मंत्री हैं।
By Priti JhaEdited By: Updated: Thu, 09 Sep 2021 02:39 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता । निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को बंगाल समेत पांच राज्यों की छह राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव की तारीख का एलान कर दिया। इन सभी सीटों पर मतदान चार अक्टूबर को होगा। बंगाल से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता मानस रंजन भुइयां के इस्तीफे के बाद खाली हुई राज्यसभा की एक सीट के लिए उपचुनाव होगा।
बंगाल सरकार में मंत्री भुइयां ने इस साल मार्च-अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में पश्चिम मेदिनीपुर जिले की सबंग सीट से विधायक निर्वाचित होने के बाद राज्यसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था। लगातार तीसरी बार प्रचंड जीत के बाद बंगाल में ममता बनर्जी की अगुवाई में मई में बनने वाली सरकार में भुइयां मंत्री हैं।इधर, बंगाल में राज्यसभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस की ही जीत तय मानी जा रही है। पार्टी अब इस सीट से किसे राज्यसभा के लिए टिकट देती है इस पर सबकी नजरें हैं।आयोग की अधिसूचना के मुताबिक, नामांकन की आखिरी तारीख 22 सितंबर है जबकि नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 27 सितंबर है। चुनाव की स्थिति में इन सभी सीटों पर चार अक्टूबर को मतदान होगा। परिणाम चार अक्टूबर को ही आ जाएंगे।
गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने बंगाल, असम, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की एक-एक और तमिलनाडु की दो राज्यसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी की है। इनमें से पांच सीटें सदस्यों के इस्तीफे से खाली हुई हैं जबकि एक सीट कांग्रेस के राजीव सातव के निधन से खाली हुई है।जिन सदस्यों के इस्तीफे से उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी है, उनमें बंगाल से तृणमूल कांग्रेस के मानस रंजन भुइयां के अलावा असम से बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के बिस्वजीत दैमारी, मध्य प्रदेश से भाजपा के थावरचंद गहलोत और तमिलनाडु से आल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के के पी मुनुस्वामी और आर वैथिलिंगम शामिल हैं।
दैमारी ने राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया था।गहलोत केंद्र सरकार में मंत्री थे लेकिन केंद्रीय मंत्रिमंडल में पिछले दिनों हुए फेरबदल और विस्तार के दौरान उन्हें कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया । बाद में उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।अन्नाद्रमुक के मुनुस्वामी और वैथिलिंगम ने तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में जीत के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दिया था।
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