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Bengal Cattle smuggling: जेल से ही पंचायत चुनाव के लिए रणनीति तैयार कर रहे अनुब्रत मंडल

पेशी के दौरान अदालत परिसर में ही अनुब्रत ने पार्टी के नेता-कार्यकर्ताओं को दिए जरूरी निर्देश। पंचायत चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं और गुटबाजी से परहेज करें। अनुब्रत ने यह भी कहा कि वे जीवन भर जेल में नहीं रहेंगे।

By Jagran NewsEdited By: PRITI JHAUpdated: Sun, 30 Oct 2022 12:48 PM (IST)
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Bengal Cattle smuggling: जेल से ही पंचायत चुनाव के लिए रणनीति तैयार कर रहे अनुब्रत मंडल

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल मवेशी तस्करी कांड में सीबीआइ के हाथों गिरफ्तार होकर भले आसनसोल की जेल में बंद हों लेकिन उन्होंने वहीं से बंगाल में अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। शुक्रवार को पेशी के दौरान अदालत परिसर में ही अनुब्रत को पार्टी के नेता-कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव को लेकर निर्देश देते देखा गया।

जीवन भर नहीं रहेंगे जेल में

उन्होंने कहा कि अभी से पंचायत चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं और गुटबाजी से परहेज करें। अनुब्रत ने यह भी कहा कि वे जीवन भर जेल में नहीं रहेंगे। जेल से निकलने के बाद जब वे लौटेंगे तो जिसे भी गुटबाजी में लिप्त पाएंगे, उसकी छंटनी कर देंगे। उन्होंने पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्रों में खास नजर रखने का भी निर्देश दिया।

अदालत परिसर में मिलने पहुंचे थे नेता-कार्यकर्ता

गौरतलब है कि अनुब्रत से अदालत परिसर में मिलने बीरभूम जिले की नलहाटी सीट से विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह, तृणमूल के जिला उपाध्यक्ष मलय मुखोपाध्याय समेत अन्य पार्टी नेता-कार्यकर्ता पहुंचे थे। किसी ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट किया तो किसी ने दवा की पैकेट दी। अनुब्रत ने उनसे पार्टी की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली और जरूरी निर्देश दिए।

जेल से ही रणनीति तैयार करनी शुरू

गौरतलब है कि बीरभूम में होने वाले किसी भी चुनाव में तृणमूल की बागडोर अब तक अनुब्रत ही संभालते आए हैं। पंचायत चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं रह गया है और यह भी तय नहीं है कि उस समय तक अनुब्रत जमानत पर रिहा हो पाएंगे या नहीं इसलिए उन्होंने जेल से ही रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। शुक्रवार को अनुब्रत की जमानत याचिका एक बार फिर खारिज कर दी गई और उनकी न्यायिक हिरासत 14 दिन बढ़ा दी गई।

दूसरी तरफ भाजपा सांसद लाकेट चटर्जी ने कहा कि जो लोग विपक्षी दलों के नेताओं को पंचायत चुनाव में नामांकन तक नहीं करने देने की धमकी दे रहे थे, वे अब जेल में हवा खा रहे हैं। 

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