रात्रि लोकल में महिला से लूटपाट का प्रयास, चाकू से हमला
-उत्तरपाड़ा जाने के लिए बेंडल लोकल में सवार हुई थी पीड़िता -साहस दिखाकर बदमाश को दब
-उत्तरपाड़ा जाने के लिए बेंडल लोकल में सवार हुई थी पीड़िता
-साहस दिखाकर बदमाश को दबोचा, रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
जागरण संवाददाता, हावड़ा : रात्रि लोकल में महिला सुरक्षा बेहतर होने का दम भरने वाली रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था एक बार सवालों के घेरे में आ गई है। हावड़ा स्टेशन से रवाना होते ही लोकल ट्रेन के महिला कोच में बदमाश ने धावा बोल कर पर्स छीनने का प्रयास किया। साहस दिखाते हुए महिला यात्री ने बदमाश को पकड़ लिया तो उसने धारदार हथियार से हमला बोल दिया। शोर शराबा सुन अन्य यात्रियों ने ट्रेन को रुकवा कर बदमाश को दबोच लिया। जख्मी महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जीआरपी ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। सूत्रों के अनुसार उत्तरपाड़ा निवासी सोनू शर्मा कोलकाता के अलीपुर में एक मकान में खाना बनाने का काम करती है। रोजाना की तरह काम निपटा कर घर लौटने को रात 10.20 बजे की अप बंडेल लोकल पकड़ने के लिए शुक्रवार रात हावड़ा स्टेशन पहुंची थी। ट्रेन के प्लेटफार्म से रवाना होने के बाद चांदमारी ब्रिज के पास पहुंचते ही गति कम होने की वजह से एक बदमाश महिला कोच में चढ़ गया था। इसके बाद महिला यात्री से मोबाइल और पर्स छीनने का प्रयास किया। विरोध करने पर बदमाश ने धारदार हथियार से प्रहार कर जख्मी कर दिया। इसके बावजूद महिला ने साहस दिखाते हुए बदमाश को दबोच कर शोर मचाना शुरू कर दिया। अन्य यात्रियों के कानों तक आवाज पहुंचने पर तत्काल चेन खींचकर कार शेड के पास ट्रेन को रोक दिया गया। बदमाश ने भागने का प्रयास किया तो यात्रियों ने दौड़कर उसे दबोच लिया और जमकर पीटा। सूचना पर पहुंची गोलाबाड़ी थाना पुलिस ने बदमाश को हिरासत में लेकर हावड़ा जीआरपी के सुपुर्द कर दिया। पूछताछ में उसने अपना नाम गुड्डू सिंह बताया। आरोपित पहले भी डकैती के एक मामले में गिरफ्तार हुआ था। जेल से जमानत पर छूटने के बाद एक बार फिर उसने वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया था। उधर, घायल महिला को हावड़ा अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घटना के बाद रेलवे की महिला सुरक्षा व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। सवाल यह उठता है कि बार बार बयानबाजी के बावजूद अधिकारी रात्रि लोकल के महिला कोचों में सुरक्षा कर्मी मुहैया क्यों नहीं करा पाते।