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बंगाल में प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा कर रहीं आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर हमले

तृणमूल के नेता प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभकर्ताओं की सूची में अपने लोगों का नाम शामिल करवाने के लिए आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर दबाव डाल रहे हैं। जो उनके अनैतिक आदेश को मानने से इन्कार कर रहे हैं उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Sun, 11 Dec 2022 07:10 PM (IST)
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भाजपा ने इसके पीछे तृणमूल कांग्रेस के गुंडों का बताया हाथ

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा कर रहीं आशा व आंगनवाड़ी की महिला कार्यकर्ताओं पर हमले की घटनाएं सामने आ रही हैं। भाजपा ने इसके पीछे तृणमूल कांग्रेस के गुंडों का हाथ बताया है। राज्य के उत्तर 24 परगना, पूर्व ब‌र्द्धमान, हुगली, झारग्राम समेत विभिन्न जिलों में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिसे देखते हुए आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता समीक्षा करने से कतरा रही हैं।

भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा

उन्हें पुलिस सुरक्षा में समीक्षा के लिए भेजा जा रहा है। बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि इसके पीछे तृणमूल के गुंडों का हाथ है। तृणमूल के नेता प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभकर्ताओं की सूची में अपने लोगों का नाम शामिल करवाने के लिए आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर दबाव डाल रहे हैं। जो उनके अनैतिक आदेश को मानने से इन्कार कर रहे हैं, उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है।

राजनीतिक दबाव में आकर शिकायत ली गई वापस

उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली इलाके में शंपा बोस मजुमदार नामक कार्यकर्ता की पिटाई की गई थी। उन्होंने बीडीओ से शिकायत करते हुए कहा था कि कुछ लोगों ने उनके पास आकर उनके कहे अनुसार रिपोर्ट तैयार करने को कहा था। इन्कार करने पर उन्होंने उन्हें अपशब्द कहे और मारा-पीटा। सूत्रों ने बताया कि शंपा ने बाद में राजनीतिक दबाव में आकर शिकायत वापस ले ली। सुवेंदु ने इससे पहले पश्चिम बंगाल मत्स्य विभाग की एक महिला अधिकारी को मारे-पीटे जाने का भी दावा किया था, जो प्रधानमंत्री आवास योजना का मुआयना करने गई थीं। बंगाल के वन मंत्री व तृणमूल के वरिष्ठ नेता ज्योतिप्रिय मल्लिक ने संदेशखाली की घटना के पीछे विपक्षी दल भाजपा के कार्यकर्ताओं का हाथ बताया।

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