दुर्गा पूजा से पहले बाजारों में दिखने लगेगी हिल्सा, बांग्लादेश ने करीब 4000 मीट्रिक टन मछली बेचने की दी अनुमति
ढाका के मुख्य आयात एवं निर्यात नियंत्रक ने 79 निर्यातकों को लाइसेंस जारी किया है जो 50-50 मीट्रिक टन हिल्सा मछली की आपूर्ति कर सकेंगे। कोलकाता में नियुक्त देश के राजनयिकों ने बुधवार को कहा कि भारत हमारा करीबी देश है। कई वर्षों से बांग्लादेश दुर्गा पूजा से पहले भारत को हिल्सा मछली का निर्यात करता चला आ रहा है।
By Jagran NewsEdited By: Amit SinghUpdated: Thu, 21 Sep 2023 11:54 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता: बांग्लादेश सरकार ने दुर्गा पूजा से पहले कारोबारियों को भारत में करीब 4,000 मीट्रिक टन हिल्सा मछली बेचने की अनुमति दी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बांग्लादेश की पद्मा और मेघना नदियों और इन दोनों नदियों के संगम स्थल चांदपुर से प्राप्त हिल्सा मछली को लोग काफी पसंद करते हैं।
ढाका के मुख्य आयात एवं निर्यात नियंत्रक ने 79 निर्यातकों को लाइसेंस जारी किया है जो 50-50 मीट्रिक टन हिल्सा मछली की आपूर्ति कर सकेंगे। कोलकाता में नियुक्त देश के राजनयिकों ने बुधवार को कहा कि भारत हमारा करीबी देश है। कई वर्षों से बांग्लादेश दुर्गा पूजा से पहले भारत को हिल्सा मछली का निर्यात करता रहा है। यहां समुद्री उत्पादों के थोक विक्रेता मिंटू पाल ने कहा कि पद्मा की हिल्सा महंगी होने के बावजूद बाजार में छा जाती है। पूजा से पहले बांग्लादेश द्वारा इतनी बड़ी मात्रा में निर्यात के बावजूद बाजारों में इसे खरीदने के लिए उत्साह रहने से इसकी कीमतें और मांग बढ़ेंगी।
कारोबारियों ने कहा कि बांग्लादेश से आने वाली हिल्सा की बड़ी खेप पश्चिम बंगाल के बाजारों में लाई जाएगी लेकिन इसकी कुछ मात्रा दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई में भी मछली प्रेमियों के लिए उपलब्ध रहेगी। अधिकारियों ने कहा कि 30 अक्टूबर तक निर्यात की प्रक्रियाएं पूरी होगीं क्योंकि 12 अक्टूबर से कुछ दिनों के लिए हिल्सा को पकड़ने पर प्रतिबंध रहेगा यह मछली का प्रजनन काल होगा।
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