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NEET UG 2024: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी नहीं थम रहा नीट विवाद, बंगाल विधानसभा में पारित हुआ प्रस्ताव

Bengal News बंगाल विधानसभा में सत्तारूढ़ टीएमसी ने नीट परीक्षा में हुई कथित गड़बड़ियों के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया। राज्य के संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने इसे आजाद भारत में शिक्षा क्षेत्र का सबसे बड़ा घोटाला बताया। वहीं भाजपा ने इस पर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि टीएमसी के पास इस पर चर्चा के लिए नैतिक अधिकार नहीं हैं।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Wed, 24 Jul 2024 05:23 PM (IST)
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भाजपा ने कहा कि चर्चा के लिए टीएमसी के पास नैतिक अधिकार नहीं है। (File Image)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल विधानसभा में बुधवार को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) में कथित अनियमितताओं के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर चर्चा के बाद इसे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। हालांकि, राज्य में मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इसे लेकर कड़ा विरोध किया दर्ज कराया है।

वहीं, प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए राज्य के संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने नीट में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाते हुए इसे आजाद भारत में शिक्षा क्षेत्र का सबसे बड़ा घोटाला बताया।

भाजपा ने किया विरोध

इधर, भाजपा विधायक शंकर घोष ने प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि नीट मामले में तृणमूल को चर्चा करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, क्योंकि शिक्षा क्षेत्र में सबसे बड़ा घोटाला ममता बनर्जी के शासनकाल में बंगाल में हुआ है। इस सत्र में तृणमूल तीन नए आपराधिक कानूनों को लागू करने में जल्दबाजी के खिलाफ भी शुक्रवार को प्रस्ताव लाएगी।

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