Move to Jagran APP

Bengal government: 'सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों का सामूहिक इस्तीफा वैध नहीं', बंगाल सरकार ने कही ये बात

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में न्याय की मांग करते हुए राज्य सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों के कई चिकित्सकों ने सामूहिक रूप से हस्ताक्षरित त्यागपत्र सरकार को सौंपा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चिकित्सकों द्वारा भेजे गए पत्र में केवल सामूहिक हस्ताक्षर थे जिनमें विशिष्ट मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं की गई थी।

By Agency Edited By: Jeet Kumar Updated: Sun, 13 Oct 2024 05:45 AM (IST)
Hero Image
सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों का सामूहिक इस्तीफा वैध नहीं
 राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की ममता सरकार ने शनिवार को कहा कि सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों का सामूहिक इस्तीफा वैध नहीं है, स्वीकार्य नहीं है। इस्तीफा सेवा नियमों के अनुसार व्यक्तिगत रूप से प्रस्तुत किया जाना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में न्याय की मांग करते हुए राज्य सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों के कई चिकित्सकों ने सामूहिक रूप से हस्ताक्षरित त्यागपत्र सरकार को सौंपा है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलापन बंद्योपाध्याय ने राज्य सचिवालय नबान्न में मीडिया से बात करते कहा कि जब तक कोई कर्मचारी सेवा नियमों के अनुसार नियोक्ता को व्यक्तिगत रूप से इस्तीफा नहीं भेजता है, तब तक वह त्यागपत्र नहीं है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि चिकित्सकों द्वारा भेजे गए पत्र में केवल सामूहिक हस्ताक्षर थे, जिनमें विशिष्ट मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं की गई थी। इस बीच, चिकित्सकों, वकीलों और नागरिक समाज के सदस्यों समेत सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने साल्टलेक के सीजीओ कांप्लेक्स स्थित सीबीआइ कार्यालय तक मार्च निकालकर मामले में निष्पक्ष और त्वरित न्याय की मांग की।

अनशन कर रहे एक और चिकित्सक की तबीयत बिगड़ी, भर्ती

पीड़िता के लिए न्याय की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे उत्तर बंगाल मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के कनिष्ठ चिकित्सक आलोक वर्मा की तबीयत खराब होने के बाद शनिवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह दूसरे चिकित्सक हैं जिन्हें तबीयत खराब होने पर भर्ती कराया गया है। इसके पहले अनिकेत महतो को तबीयत खराब होने पर आरजी कर अस्पताल की आइसीयू में भर्ती किया गया था।

निजी अस्पतालों के चिकित्सक कल से करेंगे 48 घंटे काम बंद

आंदोलनकारी जूनियर चिकित्सकों के समर्थन में बंगाल के निजी अस्पतालों के चिकित्सकों ने शनिवार को 14 अक्टूबर से 48 घंटे आंशिक रूप से काम बंद करने का आह्वान किया है। इस दौरान इन अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी।

डॉक्टरों की टीम ने की जांच

पिछले दो महीनों से आरजी कार दुष्कर्म व हत्या मामले की पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग को लेकर आंदोलन में महतो और कुछ अन्य लोग सबसे आगे रहे हैं। पिछले छह दिनों से अनशन पर बैठे सात डॉक्टरों की स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करने के लिए गुरुवार की शाम को राज्य स्वास्थ्य विभाग ने चार एक्सपर्ट डॉक्टरों की एक टीम को अनशन स्थल पर भेजा था।

छठे दिन भी जारी रहा आमरण अनशन

चार सदस्यीय मेडिकल टीम के सदस्य दीप्तेंद्र सरकार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हम यहां उनकी स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करने आए हैं। यह स्वाभाविक है कि गुरुवार तक पांच दिनों के उपवास के बाद उनके स्वास्थ्य संबंधी मानदंड बहुत अच्छे नहीं होंगे।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।