Bengal: राज्यपाल छेड़छाड़ मामले में राजभवन के तीन कर्मचारियों को समन, पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया
राज्यपाल पर आरोप लगाने वाली राजभवन की अस्थायी महिला कर्मचारी की शिकायत पर हेयर स्ट्रीट थाने की पुलिस ने इन तीन कर्मचारियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी। उन्हें अब पूछताछ के लिए थाने में हाजिर होने को कहा गया है। उनपर शिकायतकर्ता को राजभवन में अटकाकर रखने का आरोप है। शिकायतकर्ता ने कहा है कि ये तीनों जिनमें एक महिला भी शामिल हैं।
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। West Bengal Governor बंगाल के राज्यपाल डा सीवी आनंद बोस पर लगे छेड़खानी के आरोप को लेकर पुलिस ने राजभवन के तीन कर्मचारियों को पूछताछ के लिए समन जारी किया है।
राज्यपाल पर छेड़छाड़ का आरोप
राज्यपाल पर आरोप लगाने वाली राजभवन की अस्थायी महिला कर्मचारी की शिकायत पर हेयर स्ट्रीट थाने की पुलिस ने इन तीन कर्मचारियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी। उन्हें अब पूछताछ के लिए थाने में हाजिर होने को कहा गया है। उनपर शिकायतकर्ता को राजभवन में अटकाकर रखने का आरोप है।
जबरदस्ती कार्यालय में ले गए...
शिकायतकर्ता ने कहा है कि ये तीनों, जिनमें एक महिला भी शामिल हैं, गत दो मई को घटना के बाद उन्हें जबरदस्ती राजभवन के दूसरे फ्लोर पर स्थित एक कार्यालय में ले गए थे और वहां रोककर रखा था। उन्हें अपने साथ हुई घटना के बारे में किसी को नहीं बताने को कहा था। बताने पर दुष्परिणाम की धमकियां दी थीं। उनका मोबाइल फोन भी छीन लिया गया था।इसके बाद वह किसी तरह वहां से निकलकर राजभवन के मुख्य द्वार के पास स्थित पुलिस आउटपोस्ट पहुंचीं थीं और वहां तैनात पुलिसकर्मियों को इसकी जानकारी दी थी। राजभवन के पुलिसकर्मियों ने उन्हें हेयर स्ट्रीट थाने जाकर शिकायत करने को कहा था।
अदालत में शिकायतकर्ता ने दिया गोपनीय बयान
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कानूनी विशेषज्ञों से परामर्श लेने के बाद राजभवन के कर्मचारियों के विरुद्ध यह कदम उठाया गया है। इसमें कहीं कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है। मालूम हो कि शिकायतकर्ता ने गत शुक्रवार को महानगर की बैंकशाल अदालत में लगभग पांच घंटे तक अपना गोपनीय बयान भी दर्ज कराया था।दूसरी तरफ राज्यपाल ने खुद पर लगे आरोप को साजिश करार देते हुए कहा है कि बंगाल में ङ्क्षहसा व भ्रष्टाचार के विरुद्ध उनकी जो लड़ाई चल रही है, उसे रोकने के लिए यह हथकंडा अपनाया गया है।
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