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बंगाल पंचायत चुनाव: बाबुल सुप्रियो से लेकर पार्थ चटर्जी तक, इन TMC नेताओं ने की हिंसा की घोर निंदा

बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर टीएमसी नेताओं ने घोर निंदा की है।बंगाल सरकार के मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि तृणमूल वैसे भी जीत जाती। इतनी सारी हिंसा करने की कोई जरूरत नहीं थी।वहीं टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने कहा है कि राज्य की सीएम ममता बनर्जी पुलिस मंत्री भी हैं तो फिर मुर्शिदाबाद में क्यों खून की राजनीति होगी।

By Piyush KumarEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 11 Jul 2023 08:55 PM (IST)
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बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा पर टीएमसी नेताओं ने जताया दुख।(फोटो सोर्स: जागरण)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पंचायत चुनाव में हुई हिंसा की फिर टीएमसी नेताओं ने घोर निंदा की है। ममता सरकार के मंत्री बाबुल सुप्रियो ने पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा के खिलाफ मुंह खोला है। उन्होंने कहा कि तृणमूल वैसे भी जीत जाती। इतनी सारी हिंसा करने की कोई जरूरत नहीं थी।

हिंसा पर पार्थ चटर्जी ने जताया दुख

वहीं भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी ने भी मंगलवार को कोर्ट से निकलने के दौरान पंचायत चुनाव हिंसा पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि बिना रक्त बहे तृणमूल की जीत अपेक्षित थी। इस बीच टीएमसी विधायक मदन मित्रा ने कहा कि बंगाल चुनाव में खून की होली का खेल बंद होना चाहिए। मारो व कब्जा करने संस्कृति बहुत दुखद है। बंगाल में हत्या की यह संस्कृति बंद होनी चाहिए।

टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने कहा है कि राज्य की सीएम ममता बनर्जी पुलिस मंत्री भी हैं, तो फिर मुर्शिदाबाद में क्यों खून की राजनीति होगी।

राजनीतिक हिंसा की संस्कृति खत्म हो: टीएमसी

बता दें कि कल भी तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने राजनीतिक हिंसा की संस्कृति खत्म करने की अपील करते हुए कहा था कि पंचायत चुनाव में राजनीतिक कार्यकर्ताओं की मौत को लेकर हर किसी को शर्मिंदा होना चाहिए।

पंचायत चुनाव में अब तक 22 लोगों की मौत

निंदा करने वालों में टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर, टीएमसी सांसद सौगत राय, पेंटर व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी शुभप्रसन्ना व तृणमूल कांग्रेस विधायक चिरंजीत चक्रवर्ती शामिल थे। बता दें कि बीते शनिवार को बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा में अब तक 22 लोगों की मौत हो गई है।

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