'बंगाल पुलिस ने अधिकारियों पर हमले के मामले में जमानती धाराओं में दर्ज की प्राथमिकी', ED ने कहा- नहीं मिली FIR की कॉपी
ED ने कहा कि राज्य पुलिस ने संदेशखाली में हुई घटना में केवल जमानती और गैर-अनुसूचित अपराधों के लिए प्राथमिकी दर्ज की है तथा उसे शिकायत की प्रति उपलब्ध नहीं कराई गई है। ईडी ने कहा कि बनगांव में टीएमसी नेता शंकर आढ्य के घर छापेमारी के बारे में पुलिस अधीक्षक को सूचित करने के बाद भी अधिकारियों को कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पिछले दिनों बंगाल के उत्तर 24 परगना के संदेशखाली तथा बनगांव में टीएमसी नेताओं के घर राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में छापेमारी करने की ईडी की टीम पर हुए हमले की घटनाओं को लेकर केंद्रीय एजेंसी ने सोमवार को बयान जारी कर पुलिस की भूमिका की कड़ी आलोचना की है।
पुलिस ने नहीं दी थी सुरक्षा
एजेंसी ने कहा कि राज्य पुलिस ने संदेशखाली में हुई घटना में केवल जमानती और गैर-अनुसूचित अपराधों के लिए प्राथमिकी दर्ज की है तथा उसे शिकायत की प्रति उपलब्ध नहीं कराई गई है। ईडी ने कहा कि बनगांव में टीएमसी नेता शंकर आढ्य के घर छापेमारी के बारे में पुलिस अधीक्षक को सूचित करने के बाद भी अधिकारियों को कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई।
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नहीं मिली एफआईआर की कॉपी
भीड़ ने एजेंसी के वाहनों पर पथराव किए। घटना के बाद बनगांव थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई, लेकिन अभी तक उन्हें एफआइआर की कापी नहीं मिली है। दूसरी ओर ईडी अधिकारियों पर हमले की घटनाओं पर राज्य के नए पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने सोमवार को कहा कि कानून तोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को कोई रियायत नहीं दी जाएगी।
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