Move to Jagran APP

बंगाल पंचायत चुनाव पर बोले SEC सिन्हा, चुनावी हिंसा से संबंधित शिकायतों और पुनर्मतदान की मांग पर करेंगे विचार

Bengal Panchayat Polls राज्य निर्वाचन आयुक्त राजीव सिन्हा ने कहा कि दिन में मतदान के दौरान हिंसा की घटनाओं की सबसे अधिक शिकायतें चार जिलों से आईं और चुनाव प्रक्रिया की समीक्षा करते समय उन सभी को ध्यान में रखा जाएगा। राजनीतिक दलों की आलोचना झेल रहे एसईसी सिन्हा ने कहा कि पुनर्मतदान के बारे में रविवार को निर्णय लिया जाएगा।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sun, 09 Jul 2023 01:50 AM (IST)
Hero Image
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा (फोटो: एएनआई)
कोलकाता, एजेंसी। पश्चिम बंगाल के राज्य निर्वाचन आयुक्त (SEC) राजीव सिन्हा ने शनिवार को पर्यवेक्षकों और रिटर्निंग अधिकारियों से रिपोर्ट लेने के बाद वोटिंग में छेड़छाड़ की शिकायतों पर गौर करने और संभावित पुनर्मतदान पर निर्णय लेने का वादा किया।

राजीव सिन्हा ने कहा कि दिन में मतदान के दौरान हिंसा की घटनाओं की सबसे अधिक शिकायतें चार जिलों से आईं और चुनाव प्रक्रिया की समीक्षा करते समय उन सभी को ध्यान में रखा जाएगा।

राजनीतिक दलों की आलोचना झेल रहे एसईसी सिन्हा ने कहा कि पुनर्मतदान के बारे में रविवार को निर्णय लिया जाएगा जब पर्यवेक्षक और रिटर्निंग अधिकारी मतदान प्रक्रिया की जांच और समीक्षा करेंगे।

इन जिलों में हुई सबसे अधिक हिंसा

उन्होंने कहा कि मुझे कल रात से (हिंसा और झड़पों की) जानकारी मिल रही है। इन घटनाओं के बारे में सीधे मुझे और नियंत्रण कक्ष के फोन नंबरों पर कॉल की गईं। शनिवार को ऐसी सबसे अधिक घटनाएं उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना और मुर्शिदाबाद जिले जैसे तीन-चार जिलों से सामने आईं।

क्या हिंसा वाले बूथों पर होगा पुनर्मतदान

उन्होंने कहा कि एसईसी को बारासात से 1,300 शिकायतें मिलीं, जिनमें उपद्रवियों द्वारा मतपेटियां लेकर भागने की घटनाएं भी शामिल थीं। कल विस्तृत जांच की जाएगी। उन बूथ पर दोबारा मतदान होगा जहां सबसे ज्यादा हिंसा हुई और जहां मतदान नहीं हो सका या रोक दिया गया।

गौरतलब है कि बंगाल के विभिन्न जिलों में चुनाव संबंधी हिंसा में 15 लोगों की मौत हो गई। ऐसे में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी दलों (भाजपा, कांग्रेस और माकपा) ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।