बीएसएफ ने सीमा पर कार से जब्त की 1542 पीस नशीली याबा टैबलेट, पूरा परिवार गिरफ्तार
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मादक पदार्थों की तस्करी को नाकाम करते हुए एक तस्कर की कार से 1542 पीस प्रतिबंधित याबा टैबलेट की एक बड़ी खेप जब्त किया है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मादक पदार्थों की तस्करी को नाकाम करते हुए एक तस्कर की कार से 1542 पीस प्रतिबंधित याबा टैबलेट की एक बड़ी खेप जब्त किया है। याबा की बरामदगी के बाद बीएसएफ ने इस सिलसिले में कार में सवार तस्कर व उसकी पत्नी समेत पूरे परिवार को गिरफ्तार कर लिया है।
बीएसएफ के प्रवक्ता ने रविवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह घटना 28 मई, शनिवार की है जब एक खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए 107वीं वाहिनी की सीमा चौकी सोलक के जवानों ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। गिरफ्तार लोगों में नसीर उद्दीन विश्वास (37), उसकी पत्नी सैमेना विश्वास, उसका बेटा सामिन विश्वास एवं साथ में उसके तीन नाबालिग बच्चे शामिल हैं, जिनकी उम्र क्रमशः 16 माह, पांच साल और आठ साल है। ये सभी कार से सफर कर रहे थे।
बीएसएफ के अनुसार, जब्त याबा टैबलेट एवं कार की अनुमानित कीमत 7,71,000 रुपये आंकी गई हैं। बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि इन सभी टैबलेट्स को उत्तर 24 परगना जिले के सीमावर्ती क्षेत्र से तस्करी के उद्देश्य से बांग्लादेश ले जाया जा रहा था। पूछताछ के दौरान नसीर उद्दीन विश्वास ने बताया कि वह भारतीय नागरिक है। पूछताछ में पता चला कि वह याबा टैबलेट, गांजा, फेंसेडिल की तस्करी की गतिविधियों में शामिल है। वह याबा टैबलेट, गांजा व फेंसेडिल तस्करों से खरीदकर बनगांव सीमावर्ती क्षेत्रों से बीएसएफ ड्यूटी लाइन पार कर आगे बेचता है। शनिवार को भी वह 1542 याबा टैबलेट खरीदकर एक तस्कर को यह टैबलेट्स सौंपने वाला था। लेकिन बीएसएफ पार्टी ने उसे याबा टैबलेट्स के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार तस्कर तथा जब्त सामग्रियों को बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए संबंधित पुलिस स्टेशन बगदाह को सौंप दिया है।
बीएसएफ कमांडेंट ने जवानों की थपथपाई पीठ
इधर, इस सफलता पर 107वीं बटालियन बीएसएफ के कमांडेंट राजेंद्रन ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपने जवानों की पीठ थपथपाई। उन्होंने बताया कि तस्करी रोकने के लिए उन्होंने अपने इलाके के पुलिस अधिकारियों तथा अन्य एजेंसियों से भी सहयोग व इस प्रकार के काम में शामिल लोगों को कठोर दंड दिलाने में सहयोग मांगा है। उन्होंने बताया कि जवानों की सतर्कता के आगे अब तस्करों की कमर टूट चुकी है। कभी कभार कोई तस्कर हरकत करता भी है तो वह बीएसएफ जवानों की नजरों से बच नहीं पाता है।