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International Border : बीएसएफ ने बांग्लादेश से तस्करी की जा रही 221 वन्य पक्षियों को तस्करों के चंगुल से बचाया

नदिया जिले की सीमा से होकर की जा रही थी तस्करी। पहली घटना 84वीं वाहिनी की सीमा चौकी बेताई इलाके की है जहां के जवानों ने देर रात 1.50 बजे 128 वन्य पक्षियों को तस्करी से बचाया जिन्हें तस्कर लोहे के पिंजरों में भरकर बांग्लादेश से भारत ला रहे थे।

By Edited By: Updated: Sat, 05 Nov 2022 08:55 PM (IST)
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उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हम किसी भी सूरत में अपने इलाके से तस्करी नहीं होने देंगे।
जागरण संवाददाता, कोलकाता : बीएसएफ के दक्षिण बंगाल सीमांत के जवानों ने शनिवार को नदिया जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास दो अलग-अलग स्थानों पर तस्करी को नाकाम करते हुए 221 वन्य पक्षियों (तोते) को तस्करों के चंगुल से बचाया। इन पक्षियों की बांग्लादेश से भारत में तस्करी की जा रही थी।

बांग्लादेश से भारत ला रहे थे

बीएसएफ ने एक बयान में बताया कि पहली घटना 84वीं वाहिनी की सीमा चौकी बेताई इलाके की है, जहां के जवानों ने देर रात करीब 1.50 बजे, 128 वन्य पक्षियों को तस्करी से बचाया, जिन्हें तस्कर लोहे के पिंजरों में भरकर बांग्लादेश से भारत ला रहे थे।

हरे, पीले व सफेद रंग के तोते

अधिकारियों ने बताया कि रात में ड्यूटी पर तैनात जवानों ने देखा कि बाग्लादेश की तरफ से कुछ तस्कर तारबंदी के ऊपर से कुछ सामान फेंक रहे थे। जवानों ने उनका पीछा किया, लेकिन तस्कर घने अंधेरे और झाड़ियों का सहारा लेकर भाग गए। मौके से पिंजरों में हरे, पीले और सफेद रंग के कुल 128 तोते मिले।

93 लवबर्डस जब्त किए गए

एक अन्य घटना में रात करीब तीन बजे 82वीं वाहिनी की सीमा चौकी रागियापोटा इलाके से जवानों ने 93 लवबर्डस (छोटे प्रकार के तोते) जब्त किए। तस्कर इसे भारत से बांग्लादेश ले जाने की फिराक में थे। बीएसएफ ने तस्करी से बचाए गए पक्षियों को क्रमश: वन विभाग मुर्शिदाबाद और कृष्णानगर को सौंप दिया है।

इलाके से तस्करी नहीं होने देंगे

इस सफलता पर दक्षिण बंगाल सीमात के प्रवक्ता व डीआइजी अमरीश कुमार आर्य ने बताया कि हमारे जवान सीमा पर होने वाली किसी भी प्रकार की तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहे हैं, जिसके चलते तस्करों के मंसूबे लगातार विफल हो रहे हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हम किसी भी सूरत में अपने इलाके से तस्करी नहीं होने देंगे।

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