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बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तस्करी को नाकाम कर 30 वन्य पक्षियों को बचाया

सीमा चौकी तराली 112वीं वाहिनी सेक्टर कोलकाता के जवानों ने विशेष अभियान चलाया। तस्कर इन सभी पक्षियों को एक प्लास्टिक की बोरी में डालकर सीमा पर लगी तारबंदी के ऊपर से फेंक कर पार करने की फिराक में थे।

By Priti JhaEdited By: Updated: Wed, 29 Sep 2021 09:50 AM (IST)
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बीएसएफ द्वारा तस्करी से बचाए गए पक्षी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए 30 वन्य पक्षियों (काकाटू) को तस्करों के चंगुल से आजाद कराया। इन सभी वन्य पक्षियों को सीमा चौकी तराली, 112 वाहिनी के क्षेत्र से भारत से बांग्लादेश में तस्करी करने का प्रयास किया जा रहा था।

बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि 27 सितंबर की शाम एक पुख्ता जानकारी के आधार पर, सीमा चौकी तराली, 112वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने विशेष अभियान चलाया। तस्कर इन सभी पक्षियों को एक प्लास्टिक की बोरी में डालकर सीमा पर लगी तारबंदी के ऊपर से फेंक कर पार करने की फिराक में थे। लेकिन जवानों ने समय रहते तस्करों के इरादों को भांपते हुए उनके मंसूबों को विफल कर दिया।

इस दौरान जवानों को देखकर तस्कर प्लास्टिक की बोरी को वहीं छोड़कर भाग निकले। बीएसएफ जवानों ने जब बोरी को जब्त कर उसे खोला तो उसमें से 30 वन्य पक्षी मिला। बीएसएफ ने तस्करी से बचाए गए पक्षियों को वन विभाग को सौंपा दिया है।इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता ने 112वीं वाहिनी के जवानों की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की है जिसमें जवानों ने 30 वन्य पक्षियों को तस्करों के चंगुल से आजाद कराया है।

उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। बता दें कि हाल में बीएसएफ की 153वीं बटालियन के जवानों ने भी उत्तर 24 परगना जिले के सीमावर्ती इलाके से 25 अफ्रीकन पक्षियों को तस्करी से बचाया था। इन पक्षियों को बांग्लादेश से भारत में तस्करी की कोशिश की जा रही थी। 

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