BSF की महिला कॉन्स्टेबल ने सर्विस राइफल से गोली मारकर की खुदकुशी, बिहार के सारण जिले से है संबंध
BSF की एक महिला कॉन्स्टेबल ने बुधवार रात अपनी सर्विस राइफल से कथित रूप से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। बिहार के सारण जिले की रहने वाली 25 वर्षीय कॉन्स्टेबल अनामिका कुमारी ने रात में ड्यूटी के दौरान अचानक एक गोली मार ली। मृतका सारण जिले के अवतारनगर थाना क्षेत्र के सखनौली गांव की रहने वाली थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के नदिया जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा में तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) की एक महिला कॉन्स्टेबल ने बुधवार रात अपनी सर्विस राइफल से कथित रूप से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। यह घटना रात करीब 9.45 बजे धानतल्ला थाना अंतर्गत बीएसएफ की सीमा चौकी (बीओपी) इच्छामती इलाके में घटी।
बिहार के सारण जिले की रहने वाली है अनामिका
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि बिहार के सारण जिले की रहने वाली 25 वर्षीय कॉन्स्टेबल अनामिका कुमारी ने रात में ड्यूटी के दौरान अचानक एक गोली मार ली, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गईं। वह कृष्णा नगर सेक्टर अंतर्गत बीएसएफ की 68वीं बटालियन में तैनात थी।
छुट्टी पर जाने वाली थी गांव
मृतका सारण जिले के अवतारनगर थाना क्षेत्र के सखनौली गांव की रहने वाली थी। उसने अचानक यह कदम क्यों उठाया इसकी वजह अभी साफ नहीं हो सकी है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। बीएसएफ अधिकारी के अनुसार, वह 13 जुलाई से ही 15 दिन की छुट्टी पर गांव जाने वाली थी। छुट्टी भी मंजूर हो चुकी थी। बीएसएफ अधिकारियों को भी समझ में नहीं आ रहा है कि आखिरकार उन्होंने अचानक यह कदम क्यों उठाया।
पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
बीएसएफ की सूचना पर मृतका के पिता अवधेश दुबे भी गुरुवार को यहां पहुंचे। इस दिन अनामिका के शव का पोस्टमार्टम भी किया गया। अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ की ओर से शव को पूरे सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव भेजा जाएगा, जहां अंतिम संस्कार होगा।
इधर, बल के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आईजी) मनिंदर पीएस पवार, आईपीएस व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी नदिया में घटनास्थल पर पहुंचे और इस घटना के बारे में जानकारी ली।
पिछले साल ही बीएसएफ में हुई थी शामिल
बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि अनामिका पिछले साल ही बीएसएफ में शामिल हुई थी। बीएसएफ सूत्रों ने बताया कि अनामिका बेहद गरीब परिवार से थी। यहां तक कि गांव में उसके परिवार के पास शौचालय तक नहीं है। अनामिका ने परिवार से इस बार छुट्टी में घर आने पर शौचालय बनवाने का वादा भी किया था।
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