Calcutta HC: 'थानेदार की इतनी हिम्मत कैसे हुई...', पुलिस की इस रिपोर्ट पर कोर्ट नाराज; 24 घंटे के अंदर मांगा स्पष्टीकरण
कोर्ट के संरक्षण के कारण आरोपित चुनाव में गड़बड़ी करने की कोशिश कर सकता है। भूपतिनगर थाने के एक मामले में पुलिस की इस रिपोर्ट से कलकत्ता हाई कोर्ट काफी क्षुब्ध है। भूपतिनगर थाने के एक मामले की सुनवाई सोमवार को हाई कोर्ट के न्यायाधीश जय सेनगुप्ता की एकलपीठ में हुई। भूपतिनगर थाने की ओर से कोर्ट में सौंपी गई।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोर्ट के संरक्षण के कारण आरोपित चुनाव में गड़बड़ी करने की कोशिश कर सकता है। भूपतिनगर थाने के एक मामले में पुलिस की इस रिपोर्ट से कलकत्ता हाई कोर्ट काफी क्षुब्ध है। भूपतिनगर थाने के एक मामले की सुनवाई सोमवार को हाई कोर्ट के न्यायाधीश जय सेनगुप्ता की एकलपीठ में हुई। भूपतिनगर थाने की ओर से कोर्ट में सौंपी गई।
रिपोर्ट पर जज ने जताई नाराजगी
उक्त रिपोर्ट को देखने के बाद जज ने नाराजगी जताते हुए पूछा कि थानेदार को बताना चाहिए कि अदालत की सुरक्षा के परिणामस्वरूप कब और कहां किस चुनाव में गड़बड़ी हुई है? कोर्ट ने आदेश दिया कि भूपतिनगर थाने के थानेदार अगले 24 घंटे के अंदर इस रिपोर्ट पर स्पष्टीकरण दें। यह रिपोर्ट कोर्ट की अवमानना है। न्यायाधीश ने यह भी पूछा कि थानेदार को ऐसी रिपोर्ट लिखने की इतनी हिम्मत कैसे हुई?
क्या है मामला?
भूपतिनगर के स्थानीय भाजपा नेता तपन मिद्दा के खिलाफ पुलिस ने पिछले तीन वर्षों में 26 आपराधिक मामले दर्ज किए हैं। पुलिस 15 आरोप पत्र भी दाखिल कर चुकी है, लेकिन याचिकाकर्ता का दावा है कि उसके खिलाफ कोई एफआइआर नहीं है। उन्हें एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से एक के बाद एक मामले में उनकी गिरफ्तारी दिखाई गई। इसी को लेकर उन्होंने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
कोर्ट ने मांगी रिपोर्ट
कोर्ट अब पुलिस से जानना चाहती है कि तपन मिद्दा के खिलाफ वास्तव में कितने मामले हैं? कितने मामलों में शिकायतें हैं, इसकी रिपोर्ट मांगी गई है। भूपतिनगर थाने की ओर से सोमवार को रिपोर्ट सौंपी गई। वहां की पुलिस का कहना है कि अगर कोर्ट के आदेश पर सुरक्षा दी गई तो वे चुनाव में गड़बड़ी करने की कोशिश कर सकते हैं। उसी रिपोर्ट को देखकर जज काफी नाराज हैं।
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