Narada Sting Operation Case: सुनवाई एक महीने आगे बढ़ाई, सीबीआइ की तरफ से तारीख आगे बढ़ाने का किया गया था अनुरोध
कलकत्ता हाईकोर्ट में नारद स्टिंग ऑपरेशन कांड की सुनवाई करीब एक महीने आगे बढ़ा दी गई है।इस मामले पर आज हाईकोर्ट के पांच जजों की बेंच में सुनवाई होने वाली थी लेकिन सीबीआइ की तरफ से सुनवाई की तारीख 10 दिन आगे बढ़ा देने का अदालत से अनुरोध किया गया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कलकत्ता हाईकोर्ट में नारद स्टिंग ऑपरेशन कांड की सुनवाई करीब एक महीने आगे बढ़ा दी गई है।इस मामले पर आज हाईकोर्ट के पांच जजों की बेंच में सुनवाई होने वाली थी लेकिन मामले की जांच कर रही सीबीआइ की तरफ से सुनवाई की तारीख 10 दिन आगे बढ़ा देने का अदालत से अनुरोध किया गया। सीबीआइ की तरफ से कहा गया कि उनकी तरफ से मामले में पैरवी कर रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता अभी दूसरे कानूनी मामलों में व्यस्त हैं इसलिए इस मामले में अदालत में पेश नहीं हो पा रहे।
इसके बाद बेंच ने मामले को करीब महीने आगे बढ़ा दिया। गौरतलब है करीब एक महीने बाद आज इस मामले पर सुनवाई होने की बात की। पता चला है कि सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता इस समय पेगासस मामले को लेकर व्यस्त हैं। मामले पर सुनवाई की तिथि आगे बढ़ाने पर भी बेंच इससे नाखुश नजर आया। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार बार-बार किसी मामले की तारीख को आगे बढ़ाना उचित नहीं है। अंतिम बार ऐसा किया जा रहा है। इस मामले पर अगली सुनवाई 13 सितंबर को होगी।
दूसरी तरफ सीबीआइ ने नारद मामले में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम भी शामिल किया है। इसे लेकर राज्य के महाधिवक्ता किशोर दत्ता व अधिवक्ता कल्याण बंद्योपाध्याय ने अदालत में आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को बेवजह इस मामले में पक्षकार बनाया जा रहा है।
जानकारी हो कि 2016 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नारद न्यूज पोर्टल के सीईओ मैथ्यु सैमुअल ने एक स्टिंग वीडियो जारी किया था। इसमें वे एक कंपनी के प्रतिनिधि के तौर पर तृणमूल कांग्रेस के तत्कालीन सात सांसदों, तीन मंत्रियों और कोलकाता नगर निगम के मेयर को काम कराने के एवज में रिश्वत देते नजर आ रहे थे। इस मामले ने राजनीति भूचाल ला दिया था। सीबीआइ बंगाल में हुए सारधा, रोजवैली सहित कई चिटफंड घोटालों की जांच कर रही है, नारद उनमें एक है।