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कोलकाता कांड: सुबूतों से छेड़छाड़ की आशंका, CBI ने जताया शक, पूर्व प्रिंसिपल की खंगाली जाएगी कॉल डिटेल्स

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या की जांच कर रही सीबीआई के अधिकारी मामले में सुबूतों से छेड़छाड़ की आशंका पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि सीबीआई के अधिकारी ये मानकर चल रहे हैं कि अगर इस घटना में कुछ लोग शामिल थे तो सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने में भी कई लोग शामिल हो सकते हैं।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Thu, 29 Aug 2024 07:13 PM (IST)
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कोलकाता डॉक्टर दुष्कर्म और हत्याकांड। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या की जांच कर रही सीबीआई के अधिकारी मामले में सुबूतों से छेड़छाड़ की आशंका पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

सूत्रों ने कहा कि सीबीआई के अधिकारी ये मानकर चल रहे हैं कि अगर इस घटना में कुछ लोग शामिल थे तो सुबूतों के साथ छेड़छाड़ करने में भी कई लोग शामिल हो सकते हैं। इस आधार पर केंद्रीय एजेंसी घटना की जांच कर रही है, ताकि वह आरजी कर दुष्कर्म और हत्या मामले के पीछे की सच्चाई तक पहुंच सके।

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वायरल वीडियो से उठे सवाल

इस मामले की जांच में सीबीआई के लिए जो बात सबसे महत्वपूर्ण हो गई है वह है एक वीडियो, जो हाल ही में इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हुआ है। जिसमें कथित रूप से आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबियों को नौ अगस्त की सुबह पीड़िता के शव बरामद होने के तुरंत बाद सेमिनार हाल में देखा गया था। मगर इस वीडियो में पीड़िता का शव नहीं दिखाई दिया था। हालांकि, जागरण इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

पूरे हॉल को सील किया जाना चाहिए था

सूत्रों ने बताया कि कोलकाता पुलिस ने दावा किया है कि शव बरामद होने के बाद से सेमिनार हाल के बड़े हिस्से की घेराबंदी कर दी गई थी, लेकिन सीबीआई अधिकारी इस तर्क को नहीं मान रहे हैं। प्रोटोकाल के अनुसार, पूरा सेमिनार हॉल अपराध से जुड़ा एक हिस्सा है। इसलिए इसके एक हिस्से को सील करने के बजाय पूरे हॉल को सील किया जाना चाहिए था। कमरे में अन्य लोगों के प्रवेश पर रोक लगानी चाहिए थी।

फर्जी लेटरहेड की भी जांच शुरू

केंद्रीय एजेंसी के जांच अधिकारी हाल ही में इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हुए फर्जी सीबीआई लेटरहेड की भी जांच कर रहे हैं। जिसमें कथित केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी मामले के विभिन्न पहलुओं पर टिप्पणी कर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि आइओ का मानना ​​है कि फर्जी पत्र जानबूझकर गलत सूचना फैलाने और जांच प्रक्रिया के बारे में लोगों को गुमराह करने के लिए प्रसारित किए जा रहे हैं।

संदीप घोष की कॉल डिटेल्स खंगाली की सीबीआई

सीबीआई अधिकारी, मुख्य अपराध के पीछे की सच्चाई के करीब पहुंचने के लिए इस तरह के फर्जी पत्रों के स्रोत तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही सीबीआई के अधिकारी शव मिलने के तुरंत बाद संदीप घोष के मोबाइल फोन से की गई फोन डिटेल्स का भी पता लगा रहे हैं।

जांच अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि बातचीत के दौरान वास्तव में क्या हुआ था। वे यह पता लगाना चाहते हैं कि घोष ने उस सुबह क्या किसी को इस घटना के बारे में कोई जानकारी दी थी? कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने इस घटना की जांच कोलकाता पुलिस से अपने हाथ में ले ली है।

पूर्व प्रिंसिपल से 14वें दिन पूछताछ

प्रशिक्षु महिला डॉक्टर से दरिंदगी के मामले में सीबीआई ने गुरुवार को आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से लगातार 14वें दिन पूछताछ की। गत 13 दिनों में उनसे केंद्रीय एजेंसी लगभग 130 घंटे पूछताछ कर चुकी है।

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