पश्चिम बंगाल: मुर्शिदाबाद में टीएमसी के दो गुटों में झड़प, पार्टी कार्यकर्ता की हत्या; ममता के विधायक पर साजिश का आरोप
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में टीएमसी के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है। दरअसल टीएमसी के दो गुटों के बीच विवाद हुआ था। इस दौरान बम फेंके गए और धारदार हथियार चलाए गए। हमले में टीएमसी के ही कार्यकर्ता की मौत हो गई। पुलिस ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। टीएमसी विधायक पर साजिश रचने का आरोप लगा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। मुर्शिदाबाद जिले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) समर्थकों के दो गुटों के बीच विवाद हो गया। विवाद में बम और धारदार हथियारों से हमला किया गया। इस दौरान टीएमसी के ही एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है। ये घटना सालार थाना अंतर्गत मलिहाटी ग्राम पंचायत के मल्कीपाड़ा गांव की है। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है।
तीन आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मलिहाटी पंचायत के प्रतिनिधि व टीएमसी नेता रउफ अली सोमवार रात करीब नौ बजे पार्टी कार्यालय से बाइक पर सवार को होकर अपने चाचा व पार्टी कार्यकर्ता अलाई शेख के साथ घर लौट रहे थे। कथित तौर पर उसी वक्त कुछ बदमाशों ने रउफ की बाइक पर बम फेंका। उन्होंने तुरंत बाइक गिरा दी और जान बचाने के लिए भाग निकले।
बदमाशों ने घेरकर पीटा
आरोप है कि बदमाशों ने अलाई को घेर लिया। इसके बाद उन पर बम फेंका गया। जब वह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा तो बदमाशों ने उसे पहले पीटा, फिर धारधार हथियार से गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। चिंताजनक स्थिति में अलाई को सालार ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
विधायक ने आरोपों को किया खारिज
वहीं, इलाके के टीएमसी के ब्लॉक अध्यक्ष मुस्तफिजुर रहमान ने अपने ही दल के भरतपुर के विधायक पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। विधायक हुमायूं कबीर ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि हत्या टीएमसी के आपसी रंजिश के कारण हुई है, लेकिन जो मरा है वह मेरा रिश्तेदार है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि यह घटना किस वजह से हुई। ब्लॉक अध्यक्ष की शिकायत निराधार है।
कई महीनों से चल रहा विवाद
मुर्शिदाबाद जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक माजिद इकबाल ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। बता दें कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हत्या में शामिल होने के आरोप में पुलिस पहले ही तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पूछताछ जारी है। बताते चलें कि इलाके में तृणमूल के दो गुटों के बीच कई महीनों से विवाद चल रहा है। पूजा से पहले ही कांदरा बस स्टैंड इलाके में दोनों गुटों के बीच बमबाजी हुई थी।