Move to Jagran APP

जूनियर डॉक्टरों की मांगों के आगे झुकी ममता सरकार, कोलकाता पुलिस कमिश्नर और स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक की होगी छुट्टी

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म मामले को लेकर सीएम ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। बैठक के बाद सीएम ने फैसला किया कि स्वास्थ्य विभाग के निदेशक व स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक और कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल को पद से हटाया जाएगा। सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व जूनियर डॉक्टरों के बीच सोमवार शाम आरजी कर कांड को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हुई।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Tue, 17 Sep 2024 12:50 AM (IST)
Hero Image
सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता पुलिस आयुक्त और स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक को पद से हटाने की घोषणा की।(फोटो सोर्स: जागरण)
जेएनएन, कोलकाता। आरजी कर कांड में न्याय की मांग पर आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टरों की मांगों के आगे झुकते हुए ममता सरकार ने कोलकाता पुलिस आयुक्त, डीसी नार्थ, स्वास्थ्य सेवा निदेशक एवं चिकित्सा शिक्षा निदेशक को हटाने की घोषणा की है। सोमवार को जूनियर डॉक्टरों के साथ अपने घर पर पांच घंटे तक चली बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में ममता ने यह घोषणा की।

उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल मंगलवार शाम चार बजे के बाद नए पुलिस आयुक्त को पदभार सौंप देंगे। इसके साथ ही ममता ने आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों से फिर काम पर लौटने की अपील की। दूसरी तरफ आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने बैठक से निकलने के बाद कहा कि बैठक में वे कुछ मुद्दों पर सहमत हुए हैं और कुछ पर उनकी असहमति है।

चार विफल प्रयासों के बाद हुई बैठक

चार विफल प्रयासों के बाद आखिरकार मुख्यमंत्री व जूनियर डॉक्टरों के बीच सोमवार शाम बैठक हुई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घर पर दो घंटे से अधिक समय चली बैठक के दौरान जूनियर डॉक्टरों ने अपनी पांच मांगें रखीं, जिनमें से तीन को मुख्यमंत्री ने मान लिया। बैठक का मिनिट्स (विवरण) तैयार करने में तीन घंटे लग गए। इसमें 42 जूनियर डॉक्टरों ने हस्ताक्षर किए हैं।

बैठक का सीधा प्रसारण व वीडियो रिकार्डिंग नहीं होगी

मालूम हो कि बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत की ओर से सोमवार सुबह 11.56 बजे वेस्ट बंगाल जूनियर डाक्टर्स फ्रंट को ईमेल भेजकर उनसे एक बार फिर मुख्यमंत्री के कालीघाट स्थित घर पर शाम पांच बजे आकर उनके साथ बैठक करने का अनुरोध किया था। मुख्य सचिव की ओर से साफ कर दिया गया था कि बैठक का सीधा प्रसारण व वीडियो रिकार्डिंग नहीं होगी, हालांकि बैठक के मिनट्स (विवरण) रिकार्ड करने पर सरकार राजी हो गई थी।

इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने बैठक में शामिल होने का निर्णय लिया और 48 घंटे के अंदर एक बार फिर शाम 6.16 बजे उनका 35 सदस्यीय प्रतिनिधदल मुख्यमंत्री के घर पहुंचा। वे अपने साथ मिनट्स को रिकार्ड करने के लिए दो स्टेनोग्राफर भी ले गए थे। शाम 6.40 बजे बैठक शुरू हुई और रात 8.45 बजे खत्म हुई। उसके बाद तीन घंटे और मिनिट्स तैयार करने में लग गए।

मालूम हो कि जूनियर डाक्टर गत गुरुवार को राज्य सचिवालय व गत शनिवार को मुख्यमंत्री के घर के दरवाजे से बैठक किए बिना लौट गए थे।

जूनियर डॉक्टरों की मांगें

1. आरजी कर कांड के दोषियों को सजा

2. आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ सख्त कार्रवाई और स्वास्थ्य सचिव, स्वास्थ्य निदेशक एवं स्वास्थ्य व चिकित्सा निदेशक को पद से हटाना

3. कोलकाता पुलिस आयुक्त को पद से हटाना व कोलकाता पुलिस के डीसी (नार्थ) व डीसी सेंट्रल के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई

4. सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करना

5. सरकारी अस्पतालों में धमकी की संस्कृति को खत्म करना

यह भी पढ़ें: Kolkata News: ये हैं जूनियर डॉक्टरों की पांच मांगें, सीएम ममता के साथ बैठक में क्या बनी बात? जानिए सबकुछ

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।