विरोध के बाद कांग्रेस ने घाटाल में अपने उम्मीदवार लिए वापस, पर्यवेक्षक ने जिला कमेटियों के नेताओं के साथ की बैठक
विरोध के बाद कांग्रेस ने घाटाल से उम्मीदवार वापस ले लिया। पर्यवेक्षक गुलाम अहमद मीर ने सोमवार को विधान भवन में विभिन्न जिला कमेटियों के नेताओं के साथ बैठक की। वहां एक के बाद एक जिला नेतृत्व ने कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर अपना गुस्सा जाहिर किया। कुछ मामलों में मीर को गठबंधन के चलते माकपा को सीटें छोड़ने की नाराजगी भी झेलनी पड़ी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। विरोध के बाद कांग्रेस ने घाटाल से उम्मीदवार वापस ले लिया। पर्यवेक्षक गुलाम अहमद मीर ने सोमवार को विधान भवन में विभिन्न जिला कमेटियों के नेताओं के साथ बैठक की। वहां एक के बाद एक जिला नेतृत्व ने कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर अपना गुस्सा जाहिर किया। कुछ मामलों में मीर को गठबंधन के चलते माकपा को सीटें छोड़ने की नाराजगी भी झेलनी पड़ी।
नेताओं ने शुरू किया विरोध
रविवार शाम को कांग्रेस ने बंगाल की तीन लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। पापिया चक्रवर्ती को घाटाल लोकसभा से कांग्रेस की उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा की गई। विधान भवन में बैठक शुरू होते ही पश्चिम मेदिनीपुर जिला कांग्रेस के नेताओं ने इसका विरोध शुरू कर दिया।
जिला कांग्रेस महासचिव श्यामल घोष ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता पापिया चक्रवर्ती को उम्मीदवार बनाने के लिए मजबूर किया गया है। अगर इस उम्मीदवार को नहीं हटाया गया तो वे धरने से नहीं हटेंगे। उन्होंने पर्यवेक्षक मीर के खिलाफ भी नारे लगाए।
पर्यवेक्षक से की गई थी लिखित शिकायत
उन्होंने पर्यवेक्षक मीर को लिखित शिकायत भी दी। शिकायत पर गौर करने के बाद उन्होंने घाटाल केंद्र से उम्मीदवार वापस लेने का आश्वासन दिया। बाद में उन्होंने घाटाल से उम्मीदवार नहीं बनाये जाने की भी घोषणा की। मीर ने बताया कि उस केंद्र पर उम्मीदवार के नाम की घोषणा बाद में की जाएगी।
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