Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

सुपारी से भरे दो ट्रालर की जब्ती मामले में कस्टम सुपरिटेंडेंट गिरफ्तार, हर माह 40 लाख रिश्वत लेता था अधिकारी

बांग्लादेश के रास्ते भारत में अवैध तरीके से सुपारी की तस्करी में सक्रिय गिरोह का कथित सरगना (किंगपिन) कस्टम विभाग का ही एक सुपरिटेंडेंट निकला है।बीएसएफ द्वारा इस साल जनवरी में बांग्लादेश की सीमा से लगे बंगाल के सुंदरवन जल क्षेत्र से जब्त किए गए 70000 किलोग्राम सुपारी से भरे दो बांग्लादेशी ट्रालर के केस में कस्टम सुपरिटेंडेंट को गिरफ्तार किया गया है। उनका नाम समीर शंकर बताया गया है।

By Jagran News Edited By: Sonu Gupta Updated: Sat, 20 Apr 2024 07:15 PM (IST)
Hero Image
जनवरी में सुंदरवन क्षेत्र से बीएसएफ द्वारा जब्त सुपारी से भरे ट्रालर। फोटोः बीएसएफ।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बांग्लादेश के रास्ते भारत में अवैध तरीके से सुपारी की तस्करी में सक्रिय गिरोह का कथित सरगना (किंगपिन) कस्टम विभाग का ही एक सुपरिटेंडेंट निकला है। बीएसएफ द्वारा इस साल जनवरी में बांग्लादेश की सीमा से लगे बंगाल के सुंदरवन जल क्षेत्र से जब्त किए गए 70,000 किलोग्राम सुपारी से भरे दो बांग्लादेशी ट्रालर के केस में कस्टम सुपरिटेंडेंट को गिरफ्तार किया गया है। उनका नाम समीर शंकर बताया गया है।

बीएसएफ ने 27  बांग्लादेशी तस्करों को किया था गिरफ्तार

बीएसएफ सूत्रों ने शनिवार को बताया कि इस मामले में गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ व सबूतों के आधार पर डीआरआई ने शुक्रवार को आरोपित कस्टम अधिकारी को गिरफ्तार किया। वह कोलकाता में ही तैनात थे। 28 जनवरी को बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के खुफिया विभाग ने एक विशेष अभियान में सुंदरवन से सुपारी से भरे दोनों ट्रालर को जब्त किया था और उसपर सवार 27 बांग्लादेशी तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया था।

ट्रालर से 1152 बोरी सुपारी बरामद

एफबी अल्लाहर डान 271 और 272 नाम के दोनों ट्रालर अवैध रूप से न्यू मूर द्वीप के पास भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर रहे थे और भारतीय तस्करों को सौंपने के लिए दक्षिण 24 परगना के झरखली फेरी घाट पर इसे उतारने के लिए जा रहे थे। ट्रालर से 1152 बोरी सुपारी बरामद की गई थी।

जब्ती के बाद सामान सहित गिरफ्तार बांग्लादेशियों को 30 को जनवरी आगे की जांच के लिए राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) को सौंप दिया गया था।

पूछताछ के दौरान इनमें अमल ढाली, प्रभाकर मंडल, अभिजीत घोष व राजू, इन चार तस्करों के नाम सामने आए, जिनके इशारे पर सुपारी को तस्करी कर लाया जाता था।

DRI ने आरोपी अधिकारी को किया गिरफ्तार

तस्करों से जब्त किए गए मोबाइल फोन की फोरेंसिक जांच के बाद बीएसएफ ने कई संदिग्ध नंबर व अहम सुबूत आगे की जांच के लिए डीआरआइ को सौंपा था। जिस पर कार्रवाई करते हुए डीआरआइ ने आरोपित कस्टम अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के अनुसार, जांच में सामने आया है कि सुपारी से भरे ट्रक को जांच से बचाने व सुरक्षित पार करने के बदले उक्त अधिकारी हर महीने 40 लाख रुपये लेता था।

पहले से भी लंबित हैं भ्रष्टाचार के मामले

गिरफ्तार कस्टम अधिकारी पर पहले से भी भ्रष्टाचार के मामले लंबित हैं, जिनकी विभागीय जांच चल रही है। वे जीएसटी व अन्य विभाग में भी काम कर चुके हैं। इधर, बीएसएफ के जनसंपर्क अधिकारी व डीआइजी एके आर्य ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल तस्करी गतिविधियों से निपटने और सीमावर्ती क्षेत्रों में कानून का शासन बनाए रखने के अपने मिशन में दृढ़ है।

बीएसएफ सहयोगी एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा : एडीजी

बीएसएफ के पूर्वी कमान के एडीजी  रवि गांधी ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल सहयोगी एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है, जिससे सीमा पार तस्करी रैकेट का प्रबंधन करने वाले सरगनाओं तक पहुंचने और उन्हें सलाखों के पीछे डालने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। बलों और एजेंसियों ने अपराधियों के बारे में रीयल टाइम जानकारी साझा करने के लिए प्रभावी तंत्र विकसित किया है जिससे संयुक्त अभियान सफल हो रहे हैं।

यह भी पढ़ेंः Lok Sabha Election 2024: 'अब आटा के लिए तरस रहा आतंक का सप्लायर...', PM Modi ने पाकिस्तान पर किया कटाक्ष

यह भी पढ़ेंः Lok Sabha Election: 'कांग्रेस ने डिजिटल भुगतान का उड़ाया मजाक', बेंगलुरु में इंडी गठबंधन पर जमकर बरसे PM Modi