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बंगाल-बांग्लादेश के तटीय इलाकों से टकराया चक्रवात 'रेमल', भारी तबाही की आशंका; लगभग दस लाख लोग विस्थापित

Remal Cyclone Effect बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात रेमल रविवार रात करीब 8.30 बजे बंगाल व बांग्लादेश के तटीय इलाकों से टकरा गया। इससे भारी तबाही की आशंका जताई जा रही है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक चक्रवात ने बंगाल की खाड़ी से बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिमी तटीय इलाके और बंगाल के सागरद्वीप की तरफ से लैंडफॉल किया।

By Jagran News Edited By: Abhinav Atrey Updated: Mon, 27 May 2024 06:00 AM (IST)
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बांग्लादेश और निकटवर्ती बंगाल के बीच से गुजरेगा चक्रवात। (फाइल फोटो)
जागरण टीम, कोलकाता। बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात 'रेमल' रविवार रात करीब 8.30 बजे बंगाल व बांग्लादेश के तटीय इलाकों से टकरा गया। इससे भारी तबाही की आशंका जताई जा रही है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक चक्रवात ने बंगाल की खाड़ी से बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिमी तटीय इलाके और बंगाल के सागरद्वीप की तरफ से लैंडफॉल किया और बांग्लादेश के खेपूपाड़ा और मोंगला के दक्षिण-पश्चिम की ओर से उत्तरी दिशा में बढ़ता हुआ बंगाल के तटीय इलाकों को पार कर रहा है।

चक्रवात के अगले पांच से सात घंटों में उस क्षेत्र को पार कर लेने का अनुमान है। उसके बाद यह धीरे-धीरे कमजोर होता जाएगा, हालांकि इसके प्रभाव से भारी से अति भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। इस बीच बांग्लादेश में चक्रवात की चपेट में आकर अभी तक एक युवक की मौत की खबर है जबकि कई जख्मी हुए हैं।

आठ लाख लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया

बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिम तटीय इलाकों से आठ लाख लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। दूसरी तरफ बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के सागरद्वीप, काकद्वीप व सुंदरवन इलाकों से भी 1.10 लाख लोगों को हटाया जा चुका है। चक्रवात को लेकर बंगाल-ओडिशा में पहले से अलर्ट जारी है। चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को समीक्षा बैठक की थी। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए थे। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से घरों में रहने की अपील की थी।

स्थिति पर करीब से नजर रख रहे- राज्यपाल

राज्यपाल डा सीवी आनंद बोस ने कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं और राज्य और केंद्रीय विशेषज्ञों के साथ लगातार संपर्क में हैं। इससे पहले कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया। पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कई ट्रेनें रद्द कर दीं। नौसेना ने भी चक्रवात के मद्देनजर तैयारी की है। चिकित्सा सुविधा से लैस जहाजों को तैयार किया है। इसके अतिरिक्त, सी किंग और चेतक हेलीकॉप्टरों के साथ-साथ डोर्नियर विमान भी त्वरित प्रतिक्रिया के लिए तैयार हैं। उपकरणों के साथ विशेष गोताखोर टीमों को तैनात किया गया है।

बांग्लादेश और निकटवर्ती बंगाल के बीच से गुजरेगा चक्रवात

मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवात सोमवार अलसुबह तक बांग्लादेश और निकटवर्ती बंगाल के बीच से गुजरेगा। चक्रवात का असर बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में पड़ेगा। चक्रवात के बांग्लादेश और आसपास के बंगाल के तटों तक पहुंचने के बाद 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। तटीय इलाकों में 27 और 28 मई को मध्यम दर्जे से लेकर अति भारी वर्षा होगी।

एनडीआरएफ की टीमों ने भी मोर्चा संभाला

चक्रवात को केंद्र में रखकर ओडिशा के विभिन्न हिस्सों से दीघा (बंगाल) जाने वाली छह ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। ओडिशा शासन ने एहतियात के तौर पर मछली पकड़ने वाली लगभग 20 हजार नौकाओं को तटीय क्षेत्रों पर सुरक्षित रखा है। एनडीआरएफ की टीमों ने भी मोर्चा संभाल लिया है।

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