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बंगाल में शिक्षक दिवस पर छात्रों को मोबाइल खरीदने के लिए रुपए देगा शिक्षा विभाग, मिलेंगे दस-दस हजार

शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में जो भी छात्र-छात्राएं हायर सेकेंडरी की परीक्षा देंगे उन्हें इस बार मोबाइल टैबलेट और कंप्यूटर खरीदने के लिए 10000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। बताया गया है कि यह वित्तीय सहायता सरकारी सरकार द्वारा अनुमोदित और सरकार समर्थित स्कूलों के उच्च माध्यमिक छात्रों को दी जाएगी। पिछले कुछ वर्षों से राज्य सरकार ने छात्रों को इस तरह की वित्तीय सहायता प्रदान करना शुरू किया है।

By Jagran NewsEdited By: Amit SinghUpdated: Wed, 30 Aug 2023 06:26 PM (IST)
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छात्रों को मोबाइल देने के फैसले का शिक्षक आलोचना कर रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता: बंगाल शिक्षा विभाग आगामी माह शिक्षक दिवस पर हाई स्कूल के विद्यार्थियों को मोबाइल, टैबलेट खरीदने के लिए रुपये देगा। 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर राज्य सरकार छात्रों के लिए एक कार्यक्रम आयोजित करेगी। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल होंगी। उस अवसर पर उच्च माध्यमिक परीक्षार्थियों को 10-10 हजार रुपये दिए जाएंगे।

10,000 रुपये की आर्थिक सहायता

शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में जो भी छात्र-छात्राएं हायर सेकेंडरी की परीक्षा देंगे, उन्हें इस बार मोबाइल, टैबलेट और कंप्यूटर खरीदने के लिए 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। बताया गया है कि यह वित्तीय सहायता सरकारी, सरकार द्वारा अनुमोदित और सरकार समर्थित स्कूलों के उच्च माध्यमिक छात्रों को दी जाएगी। पिछले कुछ वर्षों से राज्य सरकार ने छात्रों को इस तरह की वित्तीय सहायता प्रदान करना शुरू किया है। जब कोविड महामारी के दौरान ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हुईं, तो राज्य सरकार ने शिक्षा विभाग के माध्यम से स्मार्ट फोन की खरीद के लिए धन आवंटित करना शुरू किया था।

कोविड का प्रकोप समाप्त होने के बाद भी, राज्य ने उच्च माध्यमिक परीक्षार्थियों को रुपये देना जारी रखा। इसलिए पांच सितंबर को मुख्यमंत्री की मौजूदगी में नवान्न में आयोजित कार्यक्रम से पैसा छात्रों के बैंक खाते में भेजा जा जाएगा। इस बीच स्कूल जाकर आर्थिक सहायता के लिए छात्रों के बैंक खाता नंबर के साथ पासबुक की कापी भी ले ली गई है।

टीचर्स एसोसिएशन ने की आलोचना

हालांकि, बंगाली टीचर्स एंड एजुकेशन वर्कर्स एसोसिएशन ने मोबाइल सहित इलेक्ट्रानिक उपकरण खरीदने के लिए छात्रों के बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करने की आलोचना की है। उनके नेता स्वपन मंडल ने कहा कि कोविड काल के दौरान, हम ही थे जिन्होंने हाई स्कूल के परीक्षार्थियों को मोबाइल फोन देने की मांग की थी। क्योंकि उस वक्त ऑफलाइन क्लास नहीं हो रही थीं। तब यह जरूरी था। क्या कोविड काल खत्म होने के बाद भी इस प्रक्रिया को जारी रखना जरूरी है? जब सरकार पैसे की कमी कहती है तो इस विलासिता की जरूरत कहां है? इस 1000 करोड़ रुपये का इस्तेमाल शिक्षा के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने में किया जा सकता था। यह दानशीलता कब तक चलेगी?

दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल तृणमूल माध्यमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष बिजन सरकार ने कहा कि ये छात्र शिक्षकों के बच्चे हैं। जो लोग ऐसी बातें कहते हैं, वे वास्तव में छात्रों से प्यार नहीं करते। अगर राज्य सरकार छात्रों को कुछ देती है तो हमें शिक्षक दिवस पर खुश होना चाहिए। जो भी शिक्षक इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं, वे स्कूलों में कक्षाएं न चलाकर सड़कों पर बैठकें, जुलूस और धरना दे रहे हैं। मैं मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूं और उनसे छात्रों के लिए कुछ नई योजना बनाने और उन्हें और अधिक प्रदान करने का अनुरोध करता हूं। क्योंकि आज के विद्यार्थी ही हमारा भविष्य हैं। माना जा रहा है कि यह सब आगामी लोकसभा चुनाव के ध्यान में रखकर किया जा रहा है। सरकारी कर्मचारियों को बकाया डीए नहीं मिल रहा है लेकिन भत्ता और अनुदान जारी है।

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