Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

West Bengal: टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के काफिले पर हमला करने वाले चार आरोपी गिरफ्तार, पुलिस कर रही पूछताछ

टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी पर हमला करने के मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इन अपराधियों पर धारा 307 समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस हमले में बनर्जी को चोटें भी आई थी।

By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Sat, 27 May 2023 12:20 PM (IST)
Hero Image
अभिषेक बनर्जी पर हमला करने के मामले में चार आरोपी गिरफ्तार

कोलकाता, एजेंसी। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी के काफिले पर कथित तौर पर कुर्मी समुदाय के प्रदर्शनकारियों के एक समूह द्वारा किए गए हमले के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल, कुर्मी समुदाय अनुसूचित जनजाति के दर्जे की अपनी मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।

307 समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज

हालांकि, पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान का खुलासा नहीं किया है। अपराधियों पर धारा 307 (हत्या का प्रयास) सहित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की रोकथाम अधिनियम, 1984 के तहत आरोप तय किए गए थे, क्योंकि शुक्रवार शाम को हुए हमले के दौरान पश्चिम बंगाल के मंत्री बिरबाहा हांसदा के वाहन का पिछला शीशा पूरी तरह से टूट गया था।

अभिषेक बनर्जी ने किया दावा

इस बीच, अभिषेक बनर्जी ने दावा किया है कि उनके काफिले पर हमले के दौरान उन्होंने "जय श्री राम" का नारा सुना। उन्होंने कहा, "मैं इस मामले में अगले 48 घंटों के भीतर कुर्मी समुदाय के नेताओं से बयान मांगता हूं। अन्यथा मैं मानूंगा कि वे हमले में शामिल थे।"

सीएम ने दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश

यह हमला तब हुआ, जब उनका काफिला आदिवासी बहुल पश्चिमी मिदनापुर जिले के सालबोनी इलाके से गुजर रहा था। हमले के तुरंत बाद, अभिषेक बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से घटना के बारे में विस्तार से बात की। मुख्यमंत्री ने तुरंत राज्य के मुख्य सचिव एच के द्विवेदी और राज्य के पुलिस महानिदेशक को मामले में कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

कुर्मी समुदाय की ओर से आया बयान

इस बीच, हांसदा ने आरोप लगाया कि भाजपा और माकपा जैसी विपक्षी पार्टियां कुर्मी प्रदर्शनकारियों को भड़का रही हैं। हांसदा ने कहा, "तृणमूल कांग्रेस ने कुर्मी समुदाय की अनुसूचित जनजाति के दर्जे की मांग का कभी विरोध नहीं किया। फिर हमारे काफिले पर हमला क्यों किया गया। यह किसी जाति आंदोलन का स्वरूप नहीं हो सकता।"