जादवपुर विश्वविद्यालय में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, फर्जी महिला आइपीएस गिरफ्तार
सूत्रों के मुताबिक आरोपित एक पुलिस अफसर की पत्नी हैं। उनके पति की 2019 में सोनारपुर में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। आरोप है कि इसके बाद वह खुद को कई जगहों पर एक आइपीएस अधिकारी के रूप में पेश करती थी।
By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Sun, 02 Apr 2023 07:51 PM (IST)
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोलकाता के जादवपुर विश्वविद्यालय में अब नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। इस सिलसिले में नरेंद्रपुर थाने की पुलिस ने एक फर्जी महिला आइपीएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। उसका नाम इच्छा सिन्हा दास बताया गया है।
साढ़े छह लाख रुपये लेने का आरोप
पुलिस सूत्रों के अनुसार, वह खुद को आइपीएस अधिकारी बता रही थी। उसपर नौकरी दिलाने के नाम पर साढ़े छह लाख रुपये लेने के आरोप हैं। आरोप है कि उसने एक मीडियाकर्मी को विश्वविद्यालय में नौकरी दिलाने की पेशकश की और कथित रूप से उससे काफी पैसे लिए। पत्रकार, जो अपना नाम नहीं बताना चाहता है, ने नरेंद्रपुर पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की।
इस धारा के तहत मामला दर्ज किया
सूत्रों के मुताबिक आरोपित एक पुलिस अफसर की पत्नी हैं। उनके पति की 2019 में सोनारपुर में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। आरोप है कि इसके बाद वह खुद को कई जगहों पर एक आइपीएस अधिकारी के रूप में पेश करती थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उन्हें बारुईपुर अदालत में पेश किया, जहां से न्यायाधीश ने 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। उसके खिलाफ पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 406 और 471 के तहत मामला दर्ज किया है।हालांकि, इच्छा ने अपने उपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने दावा किया, मैंने किसी के साथ कोई धोखाधड़ी नहीं की है और न ही कभी आइपीएस के रूप में पेश किया। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। इधर, सूत्रों का कहना है कि इससे पहले सोनारपुर थाने की पुलिस ने शराब का लाइसेंस बनवाने के नाम पर लाखों रुपये लेने और सरकारी दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया था।
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