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वाराणसी की तर्ज पर कोलकाता में भी होगी गंगा आरती

वाराणसी घाट की तर्ज पर कोलकाता में भी गंगा आरती होगी। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य सचिवालय नबान्न में प्रशासनिक बैठक केके बाद कोलकाता नगर निगम को शहर में गंगा आरती की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।

By Jagran NewsEdited By: Sumita JaiswalUpdated: Mon, 21 Nov 2022 06:13 PM (IST)
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मुख्यमंत्री ने कोलकाता नगर निगम को शहर में गंगा आरती की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। सांकेतिक तस्‍वीर।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। वाराणसी घाट की तर्ज पर कोलकाता में भी गंगा आरती होगी। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य सचिवालय नबान्न में प्रशासनिक बैठक के दौरान यह बात कही। मुख्यमंत्री ने इस दिन प्रशासनिक बैठक से कोलकाता नगर निगम को शहर में गंगा आरती की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री का इस बात का भी ध्यान है कि इस शहर में गंगा आरती का दृश्य योगी राज्य के मुकाबले कहीं कम न हो। इसलिए उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि शहर में गंगा आरती का प्रबंधन किस तरह से होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा आरती देश के विभिन्न हिस्सों में की जाती है। मैं चाहती हूं कि यहां भी ऐसा हो। गंगा आरती का आयोजन ऐसी जगह करना चाहिए, जहां बैठने की सुविधा हो। लोग आरती देखने में जल्दबाजी नहीं करें और कोई गिरे नहीं। मुख्यमंत्री ने इसके प्रबंधन के लिए दो साल की समय सीमा भी तय की है।

गंगा घाटों की साफ-सफाई को लेकर अधिकारियों को लगाई फटकार

मुख्यमंत्री ने गंगा आरती के प्रबंधन के आदेश देने के साथ ही प्रिंसेप घाट का ठीक से रखरखाव नहीं करने पर मेयर फिरहाद हकीम पर भी रोष जताया। उन्होंने कहा कि प्रिंसेप घाट की हालत बहुत खराब है। मुख्यमंत्री ने हावड़ा से नबान्न तक प्रिंसेप घाट के साथ सडक़ की सफाई पर भी रोष जताया। मुख्यमंत्री ने पूछा कि फोरसर रोड पर लाइटें ठीक से क्यों नहीं जल रही हैं, सडक़ को पानी से क्यों नहीं धोया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी गुस्सा जताया कि नगर निगम, जिलाधिकारी, पुलिस आयुक्त के कार्यालय होने के बावजूद उनकी ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ममता ने भी सख्त निर्देश दिए हैं कि सभी लोग अपने कार्यालय का काम देखें।

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