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CM की सलाह पर राज्यपाल ने की कार्रवाई, राशन घोटाले में जेल में बंद ज्योतिप्रिय मल्लिक को मंत्री पद से हटाया

बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राशन वितरण घोटाले में गिरफ्तारी के बाद से जेल में बंद राज्य के वन व सार्वजनिक उद्यम और औद्योगिक पुनर्निर्माण विभाग के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को उनके पद से शुक्रवार को हटा दिया। राजभवन के उच्च पदस्थ सूत्रों ने देर शाम इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री की सलाह पर राज्यपाल ने यह कदम उठाया है।

By Jagran News Edited By: Devshanker Chovdhary Updated: Fri, 16 Feb 2024 10:51 PM (IST)
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पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राशन वितरण घोटाले में गिरफ्तारी के बाद से जेल में बंद राज्य के वन व सार्वजनिक उद्यम और औद्योगिक पुनर्निर्माण विभाग के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को उनके पद से शुक्रवार को हटा दिया।

मुख्यमंत्री की सलाह पर राज्यपाल ने तत्काल मंत्री पद से कार्य मुक्त किया

राजभवन के उच्च पदस्थ सूत्रों ने देर शाम इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री की सलाह पर राज्यपाल ने यह कदम उठाया है। पिछले साल 27 अक्टूबर को ईडी ने राशन घोटाले के सिलसिले में मल्लिक को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के करीब साढ़े तीन माह बाद मल्लिक को मंत्री पद से हटाया गया है।

गिरफ्तारी के साढ़े तीन माह बाद मल्लिक की मंत्री पद से हुई छुट्टी

बताया गया कि राज्यपाल ने संविधान के अनुच्छेद 166(3) के तहत मल्लिक को मंत्री के रूप में उनके कर्तव्यों से तत्काल कार्य मुक्त कर दिया है। मुख्यमंत्री की सलाह पर राज्यपाल ने मंत्री पार्थ भौमिक और बीरबाहा हांसदा को उक्त विभाग आवंटित किया है। राज्यपाल ने इसपर प्रसन्नता जताई है। इसमें सिंचाई और जलमार्ग विभाग की पहले से जिम्मेदारी संभाल रहे पार्थ भौमिक को सार्वजनिक उद्यम और औद्योगिक पुनर्निर्माण विभाग का अतिरिक्त दायित्व सौंपा गया है।

वहीं, राज्यमंत्री के रूप में स्वयं सहायता समूह और स्वरोजगार विभाग (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी संभाल रहीं बीरबाहा हांसदा को वन विभाग (स्वतंत्र प्रभार) का अतिरिक्त दायित्व सौंपा गया है, जो मल्लिक के पास था। मल्लिक पर खाद्य मंत्री रहने के दौरान राशन वितरण में भारी अनियमितता का आरोप है।

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