कोलकाता के गुरुदास कॉलेज में रैगिंग, पीड़ितों ने यूजीसी को भेजी शिकायत; दो पूर्व छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज
कोलकाता के गुरुदास कॉलेज से रैगिंग का मामला सामने आने के बाद गुरुदास कॉलेज के दो पूर्व छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। छात्रों ने यूजीसी को शिकायत भेजी थी जिस पर संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि पूर्व छात्र वर्तमान छात्रों को राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दबाव डाल रहे थे।
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Wed, 30 Aug 2023 04:20 PM (IST)
कोलकाता, एएनआई। कोलकाता के गुरुदास कॉलेज से रैगिंग का मामला सामने आया है, जिसके बाद गुरुदास कॉलेज के दो पूर्व छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। आरोप है कि दो पूर्व छात्र वर्तमान छात्रों को राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दबाव डाल रहे हैं और ऐसा नहीं करने पर उनके साथ रैगिंग की जाती है।
पूर्व छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि दोनों पूर्व छात्रों पर रैगिंग निषेध अधिनियम 2000 के तहत फूलबागान पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि दोनों पूर्व छात्रों के खिलाफ गुरुदास कॉलेज के प्रधानाध्यापक ने शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि दोनों कॉलेज आकर वर्तमान बैच के छात्रों के साथ रैगिंग करते हैं। साथ ही छात्रों को राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए दबाव डालता है।
जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग
वहीं, पीड़ित छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें राजनीतिक गतिविधि में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है और ऐसा नहीं करने पर उनके साथ रैगिंग की जाती है। पीड़ित छात्रों ने बताया कि आरोपी की मांग ठुकराने पर उनका पंजीकरण रद्द करने की धमकी दी जाती है।पीड़ितों ने यूजीसी को भेजी शिकायत
बता दें कि मामला बढ़ने पर यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) को इस बात की शिकायत भेजी गई। इसके बाद यूजीसी ने कॉलेज के अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया और कॉलेज के प्रधानाध्यापक ने पूर्व छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। अब इस मामले में जांच चल रही है।
जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्र ने की थी हत्या
इन दिनों बंगाल में जादवपुर विश्वविद्यालय मामले को लेकर प्रशासन सख्त है। मालूम हो कि जादवपुर विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम वर्ष के एक छात्र की नौ अगस्त को छात्रावास की इमारत से गिरने के बाद मौत हो गई थी। इसके बाद मृतक के परिजनों ने रैगिंग का आरोप लगाया था। इस घटना की पूरे राज्य में निंदा की गई थी।इस कथित आत्महत्या की घटना के बाद बंगाल की राजनीति में गतिविधि तेज हो गई है और बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्यु बसु ने इस घटना के लिए राज्यपाल सीवी आनंद बोस को जिम्मेदार ठहराया था, जिस पर राज्यपाल ने शिक्षा मंत्री को जवाब दिया था।
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