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शेयर ट्रेडिंग की आड़ में होता था हवाला कारोबार, शेल कंपनियों के खाते में स्थानांतरित किए जाते हैं रुपये

कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के हाथों गरियाघाट रोड से गुरुवार शाम गिरफ्तार किए गए दो संदिग्धों के पास से एक करोड़ रुपये नकदी बरामदगी के मामले में नए खुलासे हुए हैं। पुलिस को पता चला कि ये रुपये निशित राय के हैं जिसकी गाड़ी थी।

By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Fri, 10 Feb 2023 08:12 PM (IST)
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एक करोड़ नकद बरामदगी मामले में 25 फर्जी कंपनियों का मालिक है मुख्य आरोपित

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के हाथों गरियाघाट रोड से गुरुवार शाम गिरफ्तार किए गए दो संदिग्धों के पास से एक करोड़ रुपये नकदी बरामदगी के मामले में नए खुलासे हुए हैं। पता चला है कि जिस कार के जरिए रुपयों को ले जाया जा रहा था उसका मालिक 25 फर्जी कंपनियों का निदेशक है। उसे हिरासत में लिया गया है। नगदी के साथ दुलाल राय और मुकेश सारस्वत को गिरफ्तार किया गया था। दोनों को शुक्रवार को अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने व्यक्तिगत बांड पर जमानत दे दी। दोनों ही ड्राइवर हैं।

शेयर ट्रेडिंग की आड़ में हवााला कारोबार का दावा

पुलिस ने जब इनसे पूछताछ की तो पता चला कि ये रुपये निशित राय के हैं, जिसकी गाड़ी थी। निशित के नाम 25 शेल (मुखौटा) कंपनियां दर्ज हैं। पता चला है कि गरियाघाट के पास एक शापिंग मॉल में निशित राय का आफिस है। यहां शेयर ट्रेडिंग का कारोबार होता है। इसी आधार पर दावा किया जा रहा है कि शेयर ट्रेडिंग की आड़ में हवाला कारोबार होता था।

तीनों कम से कम 50 शेल कंपनियों के मालिक

प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि इन्हीं शेल कंपनियों के खाते में रुपये स्थानांतरित होता रहा है जिससे काले धन को सफेद किया जाता था। पता चला है कि गरियाघाट के रास्ते इस एक करोड़ नगदी को बड़ा बाजार ले जाया जा रहा था। अब निशित से पूछताछ की तैयारी की जा रही है। सूत्रों ने बताया है कि वह सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का करीबी है। दो और लोगों के नाम के बारे में जानकारी मिली है और तीनों ही कम से कम 50 शेल कंपनियों के मालिक हैं।

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