Bengal News: 'इस तरह की घटना समाज पर क्या प्रभाव डाल रही', जेलों में कैदियों के गर्भवती होने पर HC ने बंगाल सरकार से मांगी रिपोर्ट
बंगाल की जेलों में बंद 196 महिला कैदियों के बच्चे हो चुके हैं जिन्हें विभिन्न होम में रखा गया है। ये ऐसी महिलाएं हैं जो कैद में रहने के दौरान गर्भवती हुईं और बच्चे का जन्म हुआ। हालांकि इनमें वें महिलाएं शामिल है जो पैरोल पर घर भी गई थीं। न्यायाधीश ने कहा कि इस तरह की घटना समाज पर क्या प्रभाव डाल रही है
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की विभिन्न जेलों में बंद महिला कैदियों के गर्भवती होने के मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट ने बंगाल सरकार से पांच अप्रैल तक रिपोर्ट मांगी है। शुक्रवार को न्यायमूर्ति जयमाल्य बागची और अजय कुमार गुप्त की खंडपीठ ने कहा कि जो महिलाएं जेल में कैदी हैं, वे गर्भवती हो रही हैं, इससे बड़ी सुरक्षा चूक नहीं हो सकती। रिपोर्ट में राज्य सरकार लिखित में बताए कि आखिर ऐसा कैसे हो रहा है।
न्यायाधीश ने कहा कि इस तरह की घटना समाज पर क्या प्रभाव डाल रही है, यह समझा जा सकता है। पहले तो वे महिलाएं जेल में बंद हैं और उसके बाद उनके साथ इस तरह का आचरण उनकी मानसिकता पर किस तरह का प्रभाव डाल रहा होगा, यह समझा जा सकता है।
पीठ ने यह भी कहा कि रिपोर्ट को दो महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए -जेलों की भीड़भाड़ और वहां अपनाए गए मौजूदा सुरक्षा उपाय। विशेषकर जिलों की जेलों में कैदियों की स्थिति की समीक्षा करने के लिए राज्य के महाधिवक्ता और अन्य लोक अभियोजकों की एक कोर समिति के गठन का भी निर्देश दिया।
उल्लेखनीय है कि बंगाल की जेलों में बंद 196 महिला कैदियों के बच्चे हो चुके हैं, जिन्हें विभिन्न होम में रखा गया है। ये ऐसी महिलाएं हैं जो कैद में रहने के दौरान गर्भवती हुईं और बच्चे का जन्म हुआ। हालांकि इनमें वें महिलाएं शामिल है जो पैरोल पर घर भी गई थीं।