बंगाल सरकार और राजभवन में जारी टकराव के बीच राज्यपाल का बड़ा दावा, बोले- सीएम ममता के साथ मेरे मधुर संबंध
बंगाल के राज्यपाल के रूप में दो साल पूरे होने पर राजभवन में पत्रकारों के साथ बातचीत में राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने साथ ही कहा कि संबंधों में और मिठास की जरूरत है। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता के साथ मेरे मधुर संबंध हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल में हिंसा और भ्रष्टाचार सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। बंगाल सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ विभिन्न मुद्दों पर लगातार जारी टकराव के बीच राज्यपाल डा सीवी आनंद बोस ने मंगलवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री के साथ मेरे मधुर संबंध हैं। बंगाल के राज्यपाल के रूप में दो साल पूरे होने पर राजभवन में पत्रकारों के साथ बातचीत में राज्यपाल ने साथ ही कहा कि संबंधों में और मिठास की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि विभिन्न मुद्दों पर भले असहमति रहती है लेकिन मुख्यमंत्री के साथ उनके संबंध खराब नहीं हैं। बोस ने कहा कि मुझे चुनौतियां लेना पसंद है। एक राज्यपाल के तौर पर मैं चुनौती का इंतजार कर रहा हूं। पहले साल में मैं अनुभव लेने में जुटा था। मैने लोगो के पल्स को जाना है, यहां की संस्कृति को समझा हूं। राज्य की जनता के हित में काम करने के अपने कर्तव्य पर कायम हूं।
मुख्यमंत्री के साथ उनके संबंध अच्छे होंगे
पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा कि कार्यकाल के पहले वर्ष में मुख्यमंत्री के साथ उनके बहुत मधुर संबंध थे। लेकिन दूसरे वर्ष में कुछ असहमति थी। हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि तीसरे साल में राज्य सरकार और मुख्यमंत्री के साथ उनके संबंध अच्छे होंगे और यह आसमान की तरह साफ होगा।राज्यपाल ने इस दौरान राज्य सरकार और पुलिस की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि बंगाल में हिंसा और भ्रष्टाचार सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है। मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में हिंसा की घटना पर उन्होंने कहा कि वे इस घटना से दुखी हैं। मुख्यमंत्री से उन्होंने रिपोर्ट मांगी है।
मुख्यमंत्री राज्य की स्थिति पर उन्हें रिपोर्ट देने के लिए बाध्य
उन्होंने दावा किया कि राज्य की हर घटना पर वह नजर रख रहे हैं। विभिन्न मुद्दों पर रिपोर्ट मांगे जाने पर राज्यपाल ने कहा कि संवैधानिक रूप से सीएम से रिपोर्ट मांगना उनके अधिकार क्षेत्र में आता है। मुख्यमंत्री राज्य की स्थिति पर उन्हें रिपोर्ट देने के लिए बाध्य हैं। बोस ने दावा किया कि पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा को रोकने के लिए उन्होंने हरसंभव प्रयास किए। हिंसा पीड़ितों से मिला, लोगों से राय ली। उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्यपाल के रूप में जनता के कल्याण के लिए वे प्रतिबद्ध हैं और इस दिशा में हमेशा सक्रिय रहते हैं।पुलिस का कर दिया गया है राजनीतिकरण
आरजी कर कांड सहित अन्य घटनाओं को लेकर राज्यपाल ने कोलकाता पुलिस की भूमिका पर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस का एक वर्ग भ्रष्ट और राजनीतिक रूप से पक्षपाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में पुलिस के एक वर्ग का राजनीतिकरण कर दिया गया है।
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