Move to Jagran APP

ISI ने अपने एजेंट को सेना के शीर्ष अधिकारियों को हनी ट्रैप में फंसाने का सौंपा था काम, चौकाने वाला खुलासा

राज्य पुलिस के सूत्रों के अनुसार जब गुड्डू को गिरफ्तार किया गया था तब वह क्षेत्र में भारतीय सेना और वायुसेना के ठिकानों पर तैनात विभिन्न अधिकारियों के मोबाइल नंबरों और तस्वीरों को एकत्रित करने के काम में लगा हुआ था।

By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Wed, 04 Jan 2023 09:47 PM (IST)
Hero Image
सेना और वायुसेना के अधिकारियों के मोबाइल नंबरों और तस्वीरों को एकत्रित करने में जुटा था आरोपि
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आइएसआइ) के लिए काम करने के आरोप में पिछले महीने बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले से गिरफ्तार किए गए एक स्थानीय एजेंट गुड्डू कुमार से पूछताछ में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पता चला है कि गुड्डू को भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना के शीर्ष अधिकारियों को हनी ट्रैप में फंसाने का काम सौंपा गया था।

गिरफ्तार एजेंट से पूछताछ में हुआ चौकाने वाला खुलासा

सूत्रों ने कहा कि यह खुलासा कुमार ने पूछताछ के दौरान किया और स्वीकार किया कि उन्होंने इस संबंध में तैयारी की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। लेकिन इससे पहले कि वह अपनी योजना की मंशा को पूरा कर पाता, उसे गिरफ्तार कर लिया गया। राज्य पुलिस के सूत्रों के अनुसार, जब उसे गिरफ्तार किया गया था, तब वह क्षेत्र में भारतीय सेना और वायुसेना के ठिकानों पर तैनात विभिन्न अधिकारियों के मोबाइल नंबरों और तस्वीरों को एकत्रित करने के काम में लगा हुआ था। पूछताछ के दौरान, उसने यह भी कबूल किया कि महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र करने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए उस पर आइएसआइ का दबाव था।

आरोपित गुड्डू के बारे में

बता दें कि केंद्रीय खुफिया एजेंसी के अलर्ट के बाद 21 दिसंबर को राज्य पुलिस के एसटीएफ ने आइएसआइ एजेंट गुड्डू को गिरफ्तार किया था। मूल रूप से बिहार के चंपारण का रहने वाला आरोपित गुड्डू सिलीगुड़ी में बैटरी से चलने वाला टोटो रिक्शा चलाकर अपनी आजीविका चलाता था। हालांकि, केंद्रीय एजेंसी के अलर्ट के अनुसार, वह इसकी आड़ में सिलीगुड़ी के पास बागडोगरा, सेवक और सुकना जैसे क्षेत्रों में सेना की विभिन्न इकाइयों से महत्वपूर्ण जानकारी और तस्वीरें एकत्र करने के काम में जुटा था।

वह सिलीगुड़ी में रहता था, लेकिन समय-समय पर वह सेना की इकाइयों के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए इन स्थानों पर जाता रहता था। सूत्रों के अनुसार, उसके बारे में अलर्ट मिलने पर यहां एसटीएफ के जवानों ने उसके मोबाइल को ट्रैक करना शुरू किया और आखिरकार न्यू जलपाईगुड़ी में उसके वर्तमान ठिकाने के बारे में पता चला, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया था।

यह भी पढ़ें- Fact Check : मुस्लिम शख्स को पीटती महिला के वीडियो का फिल्म पठान से कोई लेना-देना नहीं, वायरल दावा गलत

भारतीय सेना को मिलेंगे कई घातक हथियार, थिएटर कमांड के गठन की तैयारी तेज

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।