सियालदह पहुंची कंचनजंगा एक्स्प्रेस, हादसे के चलते आठ घंटे की हुई देरी, यात्रियों को पहुंचाया गया घर
मालगाड़ी के साथ टक्कर के चलते हादसे का शिकार हुई कंचनजंगा एक्स्प्रेस मंगलवार की सुबह आठ घंटे की देरी के बाद अपने गंतव्य स्टेशन पर पहुंच गई। एक्सीडेंट से अप्रभावित डिब्बों के साथ 850 यात्रियों को लेकर ट्रेन सियालदह स्टेशन पर पहुंची जहां यात्रियों को घर पहुंचाने की व्यवस्था की गई। इससे पहले भीषण हादसे की वजह से 10 यात्रियों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
पीटीआई, कोलकाता। कंचनजंगा एक्सप्रेस टक्कर से अप्रभावित डिब्बों के साथ मंगलवार की सुबह अपने गंतव्य स्टेशन सियालदह पहुंची। इससे पहले सोमवार सुबह ट्रेन की न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी से टक्कर हो गई थी। इसमें ट्रेन के पीछे के चार कोच गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए थे। हादसे में दस लोगों की मौत हो गई थी।
सोमवार दोपहर को मरम्मत के बाद एक्सीडेंट से अप्रभावित डिब्बों के साथ ट्रेन को रवाना किया गया। तकरीबन 850 यात्रियों को लेकर ट्रेन मंगलवार सुबह 3:16 बजे सियालदह स्टेशन पहुंची। पीटीआई की रिपोर्ट में पूर्वी रेलवे के अधिकारी के हवाले से बताया गया कि यात्रियों को मालदा टाउन और सियालदह सहित विभिन्न स्टेशनों पर चिकित्सा सुविधाएं, भोजन और पानी उपलब्ध कराया गया।
यात्रियों को पहुंचाया गया घर
अधिकारी ने कहा कि कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम, पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री स्नेहासिस चक्रवर्ती और सियालदह डिवीजन के मंडल रेल प्रबंधक दीपक निगम यात्रियों को सुरक्षित घर पहुंचने में मदद करने के लिए सियालदह स्टेशन पर मौजूद थे।
अगरतला से चलने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस को सोमवार शाम 7.20 बजे सियालदह पहुंचना था, लेकिन वह अपने निर्धारित समय से आठ घंटे देरी से पहुंची। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग ने यात्रियों को घर पहुंचाने के लिए 16 बसें और 60 कारें उपलब्ध कराईं।