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Kolkata: राष्ट्रपति को त्यागपत्र सौंपेंगे कलकत्ता HC के जज अभिजीत गंगोपाध्याय, आज विदाई समारोह में भावुक हुए सभी

कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय का सोमवार को कोर्ट में आखिरी दिन रहा। अपने कई फैसलों और टिप्पणियों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले न्यायाधीश गंगोपाध्याय ने रविवार को अपने त्यागपत्र की घोषणा की थी। न्यायाधीश गंगोपाध्याय मंगलवार को औपचारिक रूप से अपना त्यागपत्र राष्ट्रपति को सौंप देंगे। इसके बाद दोपहर में संवाददाता सम्मेलन में अपने भविष्य के कदमों की घोषणा करेंगे।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Mon, 04 Mar 2024 06:55 PM (IST)
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कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय का सोमवार को कोर्ट में आखिरी दिन रहा।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय का सोमवार को कोर्ट में आखिरी दिन रहा। अपने कई फैसलों और टिप्पणियों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले न्यायाधीश गंगोपाध्याय ने रविवार को अपने त्यागपत्र की घोषणा की थी। न्यायाधीश गंगोपाध्याय मंगलवार को औपचारिक रूप से अपना त्यागपत्र राष्ट्रपति को सौंप देंगे। इसके बाद दोपहर में संवाददाता सम्मेलन में अपने भविष्य के कदमों की घोषणा करेंगे।

इस दिन जस्टिस गंगोपाध्याय के विदाई समारोह में जज से लेकर न्यायाधीश व कर्मचारी तक सभी भावुक हो गए और कइयों की आंखें नम हो गई। आंखों में आंसू लिए एक वरिष्ठ महिला जज ने कहा कि आप क्यों जा रहे हैं। कोर्ट नंबर 17 (न्यायाधीश गंगोपाध्याय का कोर्ट रूम) हमारे लिए मंदिर है। एक वकील ने कहा कि आज हमारा काला दिन है। कृपया मत जाइये लोग आपकी ओर काफी उम्मीद से देख रहे हैं।

एक वादी ने कहा कि आपके फैसले से मेरी बेटी का इलाज हो पा रहा है। ये सभी बातें सुनकर न्यायाधीश गंगोपाध्याय ने कहा कि मुझे आज नहीं तो कल जाना ही होगा। मैंने अपना काम खत्म कर दिया है। अभी और भी बहुत कुछ करना बाकी है। इस दिन कई लोग उनसे मिलने के लिए एकत्र हुए थे। किसी ने आशीर्वाद मांगा तो किसी ने आशीर्वाद दिया।

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आखिर में न्यायाधीश गंगोपाध्याय ने न्यायाधीशों, वकीलों, वादियों और पत्रकारों की ओर हाथ हिलाया और चेहरे पर मुस्कान के साथ अदालत कक्ष से बाहर निकल गए।

वेतन का आधा हिस्सा गरीबों में दान कर देते थे

न्यायाधीश गंगोपाध्याय ने अपने जीवन के 29 वर्ष वकील के रूप में बिताए। पिछले पांच साल से जज के तौर पर काम कर रहे थे। वह अपने वेतन का आधा हिस्सा गरीबों में दान कर देते थे। बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े फैसलों को लेकर वह चर्चा में रहे।

उनकी पीठ के सभी मामलों को न्यायाधीश राजशेखर मंथा की पीठ को भेज दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक न्यायाधीश गंगोपाध्याय के सात मार्च को औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल होने की संभावना है।

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