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Kolkata Case: FIR दर्ज करने में क्यों हुई देरी? इस पुलिसवाले ने भटकाया पूरा केस; CBI की रिमांड नोट में बड़ा खुलासा

कोलकाता की ट्रेनी महिला डॉक्टर से दरिंदगी के मामले में सीबीआई के रिमांड पत्र से पता चला है कि आरजी कर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष इस वारदात में एफआइआर दर्ज नहीं करवाना चाहते थे। बल्कि वह इसे खुदकुशी का रूप देना चाहते थे लेकिन पीड़िता के शरीर पर दिखाई देने वाली बाहरी चोट से यह संभव नहीं था।

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Mon, 16 Sep 2024 07:48 PM (IST)
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एफआइआर दर्ज नहीं करवाना चाहते थे संदीप घोष (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता: कोलकाता की ट्रेनी महिला डॉक्टर से दरिंदगी के मामले में सीबीआई के रिमांड पत्र से पता चला है कि आरजी कर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष इस वारदात में एफआइआर दर्ज नहीं करवाना चाहते थे। बल्कि वह इसे खुदकुशी का रूप देना चाहते थे, लेकिन पीड़िता के शरीर पर दिखाई देने वाली बाहरी चोट से यह संभव नहीं था।

यही वजह है कि एफआइआर दर्ज करने में काफी देर हुई। इस दरम्यान घोष लगातार टाला थाने के प्रभारी अभिजीत मंडल व अपने वकील से फोन पर संपर्क में थे। एक अन्य रिमांड पत्र से पता चला है कि अभिजीत मंडल ने मामले की जांच को भटकाने की कोशिश की थी।

संदीप घोष ने दिए भ्रामक जवाब 

वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय जांच एजेंसी सूत्रों के मुताबिक संदीप घोष ने पालीग्राफ टेस्ट व लेयर्ड वाइस एनालिसिस के दौरान घटना से जुड़े महत्वपूर्ण सवालों के भ्रामक जवाब दिए हैं। पॉलीग्राफ टेस्ट संदिग्धों और गवाहों के बयानों में अशुद्धियों का आकलन करने में मदद कर सकता है। वहीं लेयर्ड वाइस एनालिसिस का इस्तेमाल आरोपित के झूठ बोलने पर उसकी प्रतिक्रिया का पता लगाने के लिए किया जाता है। हालांकि यह तकनीक झूठ की पहचान नहीं करती, लेकिन जवाब के दौरान आवाज में तनाव और भावनात्मक संकेतों की पहचान करती है।

मंडल को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी सीबीआई 

सीबीआइ इस घटना में गिरफ्तार संदीप घोष व अभिजीत मंडल को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने की तैयारी में है। सीबीआइ के मुताबिक काल डिटेल खंगालने के बाद पता चला है कि घटना के दिन यानी नौ अगस्त को डाक्टर का शव बरामद होने के बाद से संदीप और अभिजीत के बीच मोबाइल फोन पर सबसे ज्यादा बातचीत हुई। अभिजीत ने नौ से 14 अगस्त तक आरजी कर अस्पताल में नियमित दौरा भी किया था।

थानेदार के घर पर गए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी

इस दिन कोलकाता के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त वी सोलोमन निशा कुमार ने कोलकाता स्थित अभिजीत मंडल के घर पहुंचे। उनके साथ अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी थे। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने कहा कि मंडल ने जो कुछ भी किया, सही उद्देश्य के लिए किया। हम लोग उनके साथ खड़े हैं। वहीं सीबीआइ ने अभिजीत मंडल की पत्नी को तलब किया है।  

संदीप घोष पर ट्रांसजेंडरों के साथ यौन संबंध बनाने का आरोप

संदीप घोष पर ट्रांसजेंडरों के साथ यौन संबंध बनाने का आरोप लगा है। मुर्शिदाबाद की एक ट्रांसजेंडर नृत्यांगना ने आरोप लगाया कि जब घोष यहां मुशिर्दाबाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के हड्डी रोग विभाग के प्रभारी थे तो वह ट्रांसजेंडरों के साथ यौन संबंध बनाते थे। नृत्यांगना के मुताबिक कई पीड़िताओं ने उसे बताया था कि यौन संबंध के दौरान घोष की प्रवृत्ति पशुओं की तरह थी। लेकिन प्रभावशाली होने के कारण उस समय पीडि़ताएं घोष के खिलाफ पुलिस के पास जाने से डरती थीं।

नर्स के प्राइवेट पार्ट को गलत तरीके से छुआ

बता दें कि कुछ वर्ष पहले हांगकांग में घोष द्वारा एक नर्स के प्राइवेट पार्ट को गलत तरीके से छूने का मामला भी प्रकाश में आया था। वहीं घोष के लैपटाप से पुरुषों की नग्न तस्वीरें भी मिली हैं।