Move to Jagran APP

Kolkata Doctor Case: ट्रेनी डॉक्टर ने अपनी डायरी में क्यों लिखी ऐसी बातें? CBI भी हैरान

Kolkata Doctor Case कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर बलात्कार-हत्या मामले में सीबीआई मृतका की डायरी की गहनता से जांच कर रही है। ट्रेनी डॉक्टर ने अपनी डायरी में कई ऐसी बातें लिखी हैं जिन्हें जानने के लिए सीबीआई ग्राफोलॉजी विशेषज्ञों की मदद लेने पर विचार कर रही है। वहीं इस मामले पर पीड़िता के परिवार ने कोलकाता पुलिस पर पैसे देने का आरोप लगाया।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Updated: Thu, 05 Sep 2024 05:42 PM (IST)
Hero Image
कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर बलात्कार-हत्या मामले में सीबीआई मृतका की डायरी की जांच कर रही है। (File Photo)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दरिंदगी की शिकार हुई कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर की डायरी में लिखी बातों पर गौर कर रही है। इसके लिए वह क्लिनिकल ग्राफोलॉजी विशेषज्ञों की मदद लेने पर भी विचार कर रही है। क्लिनिकल ग्राफोलॉजी बता सकती है कि कोई बात किस उद्देश्य से या किन परिस्थितियों में लिखी गई है। लिखते समय संबंधित व्यक्ति किसी दबाव में था या नहीं।

मृतका की डायरी में क्या लिखा?

इसके अलावा सीबीआई यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मृतका ने डायरी में बातें किसी खास उद्देश्य के लिए तो नहीं लिखी। इसके अलावा केंद्रीय एजेंसी मृतका के मोबाइल फोन के मैसेजों पर भी गौर कर रही है। मैसेज का आदान-प्रदान करने वाले लोगों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।

विदेशी सिम का कनेक्शन क्या है?

सीबीआई सूत्रों ने दावा किया कि आरजी कर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ दुष्कर्म व हत्या के बाद एक विदेशी सिम से अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी अधिकारियों को कई बार फोन किए गए थे।

जल्दबाजी में अंतिम संस्कार क्यों हुआ?

केंद्रीय खुफिया एजेंसी अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या उस नंबर के उपयोगकर्ता ने अपराध के बाद सबूत छिपाने की कोशिश या डॉक्टर के अंतिम संस्कार में जल्दबाजी करने में कोई भूमिका निभाई थी? सिम नंबर केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेज दिया गया है। यह समझने का प्रयास किया जा रहा है कि सिम किसके नाम से कहां से लिया गया था।

यह भी पढ़ें: Aparajita Bill: क्या है बंगाल का नया अपराजिता कानून? कब और किसे होगी फांसी की सजा, जानिए सबकुछ

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।