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Doctor Murder Case: सीबीआई को जांच में मदद कर सकती हैं पोस्टमॉर्टम की तस्वीरें, फोरेंसिक जांच के लिए भेजा दिल्ली

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म व हत्या के मामले में पीड़िता के पोस्टमार्टम की तस्वीरें सीबीआइ को जांच में मदद कर सकती हैं। पीड़िता के एक सहपाठी ने पोस्टमॉर्टम के दौरान अपने मोबाइल से शव पर चोट के निशान की करीब से 15 तस्वीरें खींची थीं। केंद्रीय एजेंसी ने इन तस्वीरों को फोरेंसिक जांच के लिए दिल्ली भेजा है।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Fri, 27 Sep 2024 07:29 AM (IST)
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सीबीआई को जांच में मदद कर सकती हैं पोस्टमॉर्टम की तस्वीरें

 राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म व हत्या के मामले में पीड़िता के पोस्टमॉर्टम की तस्वीरें सीबीआइ को जांच में मदद कर सकती हैं। पीड़िता के एक सहपाठी ने पोस्टमॉर्टम के दौरान अपने मोबाइल से शव पर चोट के निशान की करीब से 15 तस्वीरें खींची थीं। केंद्रीय एजेंसी ने इन तस्वीरों को फोरेंसिक जांच के लिए दिल्ली भेजा है।

बता दें कि पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी पर सवाल उठे हैं। सीबीआइ का कहना है कि वीडियोग्राफी में शव पर चोट के निशान की तस्वीरें स्पष्ट नहीं हैं। इस मामले में केंद्रीय एजेंसी ने पोस्टमॉर्टम करने वाले डाक्टरों में एक डा. अपूर्ब बिस्वास तथा दो मुर्दाघर सहायकों से पूछताछ की है।

मेडिकल कॉलेजों में धमकी संस्कृति को लेकर कोर्ट चिंतित

कलकत्ता हाई कोर्ट ने राज्य के विभिन्न मेडिकल कालेज व अस्पतालों में धमकी संस्कृति को लेकर चिंता व्यक्त की है। उत्तर बंगाल के एक विशेष समूह (लाबी) पर राज्य के मेडिकल कालेजों को धमकी देने का आरोप लगा है। कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि आरोप बहुत गंभीर है। अस्पतालों में धमकी की संस्कृति क्यों चल रही है?

कोर्ट ने इस संबंध में राज्य सरकार से हलफनामा मांगा है। 13 वरिष्ठ डाक्टरों के खिलाफ जांच के आदेश अस्पताल प्रशासन ने जूनियर डाक्टरों को धमकी देने के मामले में 13 वरिष्ठ चिकित्सकों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं।

अस्पताल में धमकी की संस्कृति को लेकर बनी आंतरिक जांच समिति को इन 13 लोगों पर लगे आरोपों की जांच करने के लिए कहा गया है। अस्पताल प्रशासन ने जांच रिपोर्ट मांगी है। वहीं धमकी देने के मामले में समिति ने 11 और डाक्टरों से पूछताछ की है।

मुख्य सचिव मनोज पंथ को ईमेल किया

जूनियर डाक्टर शुक्रवार को अस्पतालों में धमकी की संस्कृति समेत भविष्य में होने वाले आंदोलनों पर चर्चा के लिए एक बैठक करने जा रहे हैं। जूनियर डाक्टरों ने आरोप लगाया है कि मुख्य सचिव के साथ बैठक में किए गए वादे पूरे नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर मुख्य सचिव मनोज पंथ को ईमेल किया है। 

मेडिकल कचरे का निस्तारण करने वाली कंपनी के पास नहीं था ट्रीटमेंट प्लांटसीबीआइ ने गुरुवार को दावा किया कि अस्पतालों से मेडिकल कचरे का निस्तारण करने वाली कंपनी के पास कोई ट्रीटमेंट प्लांट नहीं था। इसके बाद भी कंपनी से अनुबंध किया गया। आरजी कर मेडिकल कालेज का ¨प्रसिपल रहने के दौरान संदीप घोष पर वित्तीय गड़बड़ी करने के आरोप लगे थे।

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