Kolkata Doctor Murder: पीड़िता के घर पहुंची इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की टीम, डॉक्टरों का विरोध-प्रदर्शन जारी
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले डॉक्टरों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। इस बीच रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुवर्णकार दत्ता ने कहा कि हमारी सबसे पहली मांग देश के मेडिकल ढांचे में सुरक्षा चूक पर काम करना है। कोलकाता में जो हुआ वह किसी के साथ भी हो सकता है। हम केंद्र सरकार से तत्काल आधार पर केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लाने की मांग करते हैं।
एएनआई, उत्तर 24 परगना। कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले को सीबीआई ने केस अपने हाथ में ले लिया है। इस बीच भारतीय चिकित्सा संघ (Indian Medical Association) की 12 सदस्यीय एक टीम बुधवार को पीड़िता के घर पहुंची। 9 अगस्त को हुई इस घटना के बाद से बंगाल सहित पूरे देश के डॉक्टरों के बीच आक्रोश है।
कोलकाता सहित देशभर के अलग-अलग अस्पतालों में डॉक्टर पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर मृत पाई गई थी। परिवार ने आरोप लगाया है कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया गया और उसकी हत्या कर दी गई।
डॉक्टर होना सबसे महान कामों में से एक
एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर इंद्र शेखर प्रसाद ने कहा, "कोलकाता में जो हुआ, वह अपनी तरह की अकेली घटना नहीं है। देश में ऐसे कई मामले रोजाना हो रहे हैं। डॉक्टर होना सबसे महान कामों में से एक है, हम मंदिर जैसे माहौल में काम करते हैं और अगर डॉक्टर सुरक्षित नहीं हैं, तो मरीज़ कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे?"
हम हड़ताल जारी रखेंगे- डॉक्टर इंद्र शेखर
उन्होंने कहा कि जब तक हमें डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों और अस्पतालों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून का ठोस आश्वासन नहीं मिलता, तब तक हम अपनी हड़ताल जारी रखेंगे।
केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लाने की मांग
वहीं, एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुवर्णकार दत्ता ने कहा, "हमारी सबसे पहली मांग देश के मेडिकल ढांचे में सुरक्षा चूक पर काम करना है। कोलकाता में जो हुआ वह किसी के साथ भी हो सकता है। हम केंद्र सरकार से तत्काल आधार पर केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लाने की मांग करते हैं, या हमें लिखित आश्वासन दें कि स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानूनी प्रावधान जल्द ही लाया जाएगा।"
हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई जांच
इस बीच, बंगाल पुलिस आरोपी संजय रॉय को बुधवार को कोलकाता में केंद्रीय सरकारी कार्यालय परिसर लेकर आई। कोलकाता हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने मामले को अपने हाथ में ले लिया है और दिल्ली से एक स्पेशल मेडिकल और फोरेंसिक टीम भेजी है।
मेडिकल कॉलेज में ओपीडी सेवाएं बंद
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की ओपीडी सेवाएं बुधवार को भी बंद रहीं। जूनियर डॉक्टर इस घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन घटना के विरोध में ओपीडी सेवाओं को देशव्यापी रूप से बंद रखा है।
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