Move to Jagran APP

Kolkata: महिला डॉक्टर के माता-पिता को मिला था धन का प्रस्ताव, मृतका के पिता बोले- हमें पैसे नहीं, न्याय चाहिए

मृतका के माता-पिता ने शुक्रवार को कहा है कि उन्हें मुआवजे के तौर पर दस लाख रुपये की पेशकश की गई थी। माता-पिता ने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि उन्हें संदेह है कि इस कांड में उनकी बेटी के कुछ सहकर्मी भी शामिल हैं। मृतका के माता-पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम कभी पैसे नहीं लेंगे हमें न्याय चाहिए।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Sat, 17 Aug 2024 05:30 AM (IST)
Hero Image
महिला डॉक्टर के माता-पिता को मिला था धन का प्रस्ताव
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर सरकारी अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में बीते सप्ताह महिला डॉक्टर से दुष्कर्म व हत्या के मामले में एक नया मोड़ आया है। मृतका के माता-पिता ने शुक्रवार को कहा है कि उन्हें मुआवजे के तौर पर दस लाख रुपये की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इसे लेने से इनकार कर दिया।

पीड़िता के पिता ने कही ये बात

माता-पिता ने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि उन्हें संदेह है कि इस कांड में उनकी बेटी के कुछ सहकर्मी भी शामिल हैं। जिनके नाम मामले की जांच कर रही सीबीआइ को दे दिए गए हैं। मृतका के माता-पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम कभी पैसे नहीं लेंगे, हमें न्याय चाहिए।

पिता ने कहा कि यदि मैं अपनी बेटी की मौत के लिए पैसे लेता हूं, तो इससे उसकी आत्मा को दुख होगा। मेरी बेटी ने मेडिकल और इंजीनियरिंग दोनों प्रवेश परीक्षाओं में अच्छी रैंक हासिल की थी, लेकिन अपने दिल की बात मानकर मेडिसिन की पढ़ाई करने का फैसला किया। सीबीआइ ने माता-पिता के के बयान दर्ज कर लिए हैं। इस बीच केंद्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को आरजी कर अस्पताल व मेडिकल कालेज के पूर्व प्रिंसिपल डा. संदीप घोष से पूछताछ की।

दो प्रशिक्षु डाक्टरों से भी पूछताछ

सूत्रों के मुताबिक डॉ. संदीप घोष को सुरक्षा की चिंता थी, इसलिए सीबीआइ उन्हें अपने वाहन में कोलकाता स्थित दफ्तर ले गई। इसके अलावा सीबीआइ ने एक हाउस स्टाफ, दो प्रशिक्षु डाक्टरों से भी पूछताछ की। ये दोनों घटना वाली रात महिला डॉक्टर के साथ ड्यूटी पर थे।

जांच का हिस्सा रहे डॉक्टरों से पूछताछ को प्राथमिकता

सीबीआइ के अधिकारी ने कहा कि वह उन डाक्टरों और कोलकाता पुलिस के अधिकारियों से पूछताछ को प्राथमिकता दे रहे हैं जो जांच का हिस्सा थे। कम से कम 30 लोगों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिन्हें हम पूछताछ के लिए बुलाएंगे। दूसरी तरफ कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने कहा कि पुलिस किसी को बचाने की कोशिश नहीं कर रही है। अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज करने का मतलब यह नहीं है कि पुलिस अपराध को आत्महत्या बताना चाह रही है। अस्पताल में तोड़फोड़ के सिलसिले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर दावा करने वाले डॉक्टर तलब

कोलकाता पुलिस इंटरनेट मीडिया पर झूठी खबर फैलाने के आरोप में दो वरिष्ठ डाक्टरों को तलब करने जा रही है। इनमें से एक के बारे में कहा जा रहा है कि उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में गलत जानकारी फैलाई है। डाक्टर ने दावा किया था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मृतका के शरीर से 150 मिलीग्राम वीर्य मिला है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक डाक्टर को यह जानकारी कहां से मिली, यह जानने के लिए नोटिस भेजा जाएगा।

घटना के बारे फर्जी खबरें प्रचारित व प्रसारित करने के मामले में कोलकाता पुलिस ने 10 एफआइआर भी दर्ज की हैं और घटना से संबंधित फर्जी समाचार को लेकर 35 मामले दर्ज किए हैं। पिछले 24 घंटे में जानबूझकर झूठी सूचना फैलाने वाले लोगों को 200 से अधिक नोटिस जारी किए गए हैं।

प्रिंसिपल बोलीं-मुझे भी घर भेज दीजिए

आरजी कर अस्पताल व मेडिकल कालेज की नई प्रिंसिपल सुहृता पाल शुक्रवार को अपना आपा खो बैठी। प्रदर्शनकारी डाक्टरों ने इस घटना पर तुरंत कार्रवाई की मांग की तो उन्होंने नाराज होकर कहा,'यदि आप एक घंटे के लिए मुझपर भरोसा नहीं कर सकते तो मुझे घर भी भेज दीजिए।

दुर्गापूजा कमेटियों का सरकारी अनुदान लेने से इनकार

घटना के विरोध में कोलकाता की कई दुर्गापूजा कमेटियों ने बंगाल सरकार की ओर से दिया जाने वाला अनुदान लेने से इनकार कर दिया है। इसपर सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।