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Kolkata: कचरा बेचने में भी घपला, RG Kar कॉलेज में चल रहा था बड़ा 'खेल'; CBI ने संदीप घोष समेत चार को किया गिरफ्तार

Sandip Ghosh Arrested कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉक्टर संदीप घोष को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके कार्यकाल में कॉलेज में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा चल रहा था और कई बड़े गंभीर आरोप संदीप घोष पर लगे हैं। सीबीआई ने 16 दिनों की पूछताछ और दो पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद आखिरकार घोष को गिरफ्तार कर लिया।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Tue, 03 Sep 2024 12:34 AM (IST)
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आरजी कर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को गिरफ्तार कर लिया गया है। (File Image)

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सीबीआई ने सोमवार को वित्तीय अनियमितता मामले में कोलकाता के उस आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष को गिरफ्तार कर लिया, जिसकी महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। जांच एजेंसी ने इस वारदात के 26वें दिन डॉ. घोष को गिरफ्तार किया।

घोष के अलावा तीन अन्य को संस्थान में वित्तीय कदाचार में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया। घोष की गिरफ्तारी के एक घंटे के भीतर ही अधिकारियों ने उनके सुरक्षा गार्ड और दो विक्रेताओं को हिरासत में ले लिया, जो अस्पताल को सामग्री की आपूर्ति करते थे।

फर्जीवाड़े के गंभीर आरोप

घोष पर टेंडरों को लेकर पक्षपात करने, मेडिकल ऑर्गेनिक कचरे की अवैध बिक्री और रुपये लेकर मेडिकल छात्रों को पास कराने जैसे गंभीर आरोप हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर एजेंसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने डॉ. घोष के खिलाफ 24 अगस्त को एफआईआर दर्ज कर इस मामले की भी जांच शुरू की थी।

अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. अख्तर अली ने डॉ. घोष के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए थे। उन्होंने ईडी से इसकी जांच कराने को लेकर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। डॉ. अली ने अपनी शिकायत में संदीप घोष के अलावा, कॉलेज के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख देबाशीष सोम, अस्पताल के पूर्व अधीक्षक संजय वशिष्ठ और अस्पताल के आपूर्तिकर्ता बिप्लब सिंह का नाम भी लिया था।

ममता सरकार ने गठित की थी एसआईटी  

बंगाल की ममता सरकार ने अस्पताल के भ्रष्टाचार मामले की जांच के लिए 16 अगस्त को एसआईटी का गठन किया था। इसके एक दिन बाद ही हाई कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी। हाई कोर्ट ने सीबीआई को इस मामले में 17 सितंबर को जांच से संबंधित प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

सीबीआई ने घोष के आवास पर की थी छापेमारी

सीबीआई की टीम ने 25 अगस्त की सुबह कोलकाता के बेलेघाटा स्थित संदीप घोष के घर पर छापेमारी की थी। 75 मिनट तक बाहर इंतजार करने के बाद घोष ने दरवाजा खोला था। इसके बाद रात तक उनके घर पर छापेमारी चली थी। सीबीआई ने उनके घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए थे। अब जांच अधिकारियों ने सोमवार को कोलकाता के निजाम पैलेस स्थित सीबीआई के कार्यालय में 16वें दिन पूछताछ के बाद घोष को गिरफ्तार कर लिया है।

माता-पिता बोले- भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गई बेटी

डॉ. घोष की गिरफ्तार का आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि यह उनकी नैतिक जीत है। महिला डॉक्टर के माता-पिता ने कहा कि उनकी बेटी इसी भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गई थी। इस मामले के अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी होनी चाहिए। संदीप घोष को फांसी मिलनी चाहिए। नौ अगस्त को महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या की वारदात के बाद डॉ. घोष की भूमिका को लेकर सवाल उठे थे। उन्हें पहली बार 15 अगस्त को तलब किया गया था। घोष को दो बार पॉलीग्राफ टेस्ट का भी सामना करना पड़ा है। सीबीआई का दावा था कि उनके बयान में तमाम विसंगतियां मिली।