Mahua Moitra: महुआ मोइत्रा को करना पड़ सकता है दोहरी परेशानी का सामना, संसदीय क्षेत्र रहे कृष्णानगर में मुश्किल बढ़ने के आसार
रुपये व उपहार लेकर संसद में अदाणी समूह के विरुद्ध प्रश्न पूछने के मामले में लोकसभा से निष्कासन के बाद महुआ मोइत्रा की उनके संसदीय क्षेत्र रहे कृष्णानगर में मुश्किलें बढ़ सकती हैं।बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भले निष्कासन के बाद महुआ का खुलकर समर्थन किया है लेकिन कृष्णानगर में उन्हें पार्टी के नेता-कार्यकर्ताओं के एक वर्ग के विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sat, 09 Dec 2023 06:10 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। रुपये व उपहार लेकर संसद में अदाणी समूह के विरुद्ध प्रश्न पूछने के मामले में लोकसभा से निष्कासन के बाद महुआ मोइत्रा की उनके संसदीय क्षेत्र रहे कृष्णानगर में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भले निष्कासन के बाद महुआ का खुलकर समर्थन किया है लेकिन कृष्णानगर में उन्हें पार्टी के नेता-कार्यकर्ताओं के एक वर्ग के विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
कृष्णानगर सीट पर भाजपा का ध्यान
दूसरी तरफ भाजपा भी उन्हें राष्ट्र विरोधी के तौर पर दर्शाने के लिए प्रचार करने की रणनीति तैयार कर रही है। भाजपा पहले ही कह चुकी है कि कृष्णानगर सीट पर उसका पूरा ध्यान रहेगा और इसे जीतने के लिए वह पूरा जोर लगाएगी। ऐसे में महुआ का भरोसा पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर ही है।
टीएमसी ने महुआ का किया समर्थन
ममता ने महुआ के निष्कासन को लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए कहा था कि भाजपा में लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने की क्षमता नहीं है इसलिए वह राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है। तृणमूल पूरी तरह से महुआ के साथ है और रहेगा।मोइत्रा के विरोध में हैं टीएमसी के कई नेता
ममता ने इस मामले के लोकसभा की एथिक्स कमेटी में जाने के बाद महुआ को कृष्णानगर सांगठनिक जिला की सभानेत्री नियुक्त कर उनके प्रति विश्वास जताया था। संगीन मामले में फंसी महुआ को इतना महत्वपूर्ण दायित्व दिया जाना नदिया जिले के कुछ तृणमूल नेता को रास नहीं आ रहा, जो उनके धुर विरोधी माने जाते हैं।यह भी पढ़ेंः Mahua Moitra: TMC नेता महुआ मोइत्रा की क्यों गई लोकसभा सदस्यता, क्या था आरोप? जानें सबकुछ
महुआ मोइत्रा रिकॉर्ड वोट से हारेंगीः महादेव सरकार
सियासी विश्लेषकों का कहना है कि महुआ के लिए बाहरी लोगों (भाजपा व अन्य विरोधी दलों) से ज्यादा समस्या पार्टी के अंदर के कुछ लोग कर सकते हैं। दूसरी ओर भाजपा के किसान मोर्चा के राज्य अध्यक्ष महादेव सरकार ने दावा किया है कि इस बार महुआ मोइत्रा रिकॉर्ड वोट से हारेंगी। हालांकि, एक बड़ा प्रश्न यह भी है कि अगले लोकसभा चुनाव में महुआ को दोबारा टिकट मिलता है या नहीं?
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