West Bengal Crime: कोलकाता में अपहरण के बाद दो छात्रों की हत्या की घटना में मुख्य आरोपित गिरफ्तार
हावड़ा स्टेशन परिसर से पुलिस ने किया गिरफ्तार दूसरे राज्य में भागने की फिराक में था छात्र 22 अगस्त से ही लापता थे। पैसे के विवाद में पड़ोसी ने ही इस घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में परिवार से एक करोड़ रुपये की फिरौती भी मांगी गई थी।
By Priti JhaEdited By: Updated: Fri, 09 Sep 2022 08:20 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता में पिछले दिनों अपहरण के बाद माध्यमिक (दसवीं) के दो छात्रों की नृशंस तरीके से हत्या करने की घटना में बिधाननगर कमिश्नरेट की पुलिस ने मुख्य अभियुक्त सत्येंद्र चौधरी को शुक्रवार सुबह हावड़ा स्टेशन परिसर से गिरफ्तार कर लिया। वह मुंबई भागने की फिराक में था। पैसे के विवाद में पड़ोसी सत्येंद्र चौधरी ने ही इस घटना को अंजाम दिया था। घटना महानगर के बागुईहाटी इलाके की है। मृत छात्रों के नाम अभिषेक नस्कर (16) और अतनु दे (16) है। 22 अगस्त की दोपहर से दोनों लापता थे।
जांच में पता चला था कि उसी दिन रात में अपहर्ताओं ने दोनों की हत्या भी कर दी। चलती गाड़ी में गले में रस्सी बांधकर हत्या को अंजाम देने के बाद दोनों छात्रों के शवों को दक्षिण 24 परगना जिले के बासंती हाईवे के किनारे अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया था। दोनों छात्रों का शव क्रमश : 23 व 25 अगस्त को ही मिला था और पिछले करीब दो हफ्ते से लावारिश हालत में बसीरहाट पुलिस मार्ग (मुर्दाघर) में पड़ा था। घटना के सिलसिले में एक दिन पहले एक शख्स अभिजीत की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। इस मामले में परिवार से कभी एक लाख तो कभी एक करोड़ रुपये की फिरौती भी मांगी गई थी।
वालेट में पैसा मंगाना बना काल :
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक हत्या के बाद सत्येंद्र रात हावड़ा स्टेशन के वेटिंग रूम में गुजारता था। सुबह इलाके में घूमता रहता था। वेटिंग रूम किराए पर लेकर वहीं रहता था। पैसे खत्म होने पर उसने एक परिचित को मोबाइल वालेट में पैसे भेजने को कहा था। सत्येंद्र ने उस पैसे को हावड़ा स्टेशन के पास एक बुकिंग एजेंट को भेजने को कहा था। यही उसके लिए काल बन गया। जैसे ही वह पैसे लेने के लिए आया बिधाननगर पुलिस के जाल में फंस गया। पुलिस ने हाथों हाथ उसे दबोच लिया।
बार-बार बदल रहा था लोकेशन :
बागुईआटी जुड़वां हत्याकांड का मुख्य आरोपित पैसे लेकर कोलकाता से मुंबई भागने की योजना बना रहा था। घटना के बाद से ही वह अपना सिम बार-बार बदल रहा था। इसके साथ ही वह बार-बार जगह भी बदल रहा था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सत्येंद्र इससे पहले कई बार हावड़ा स्टेशन इलाके में जा चुका था। उसका लोकेशन हावड़ा, मेमारी, डानकुनी समेत कई जगहों पर मिला था। कभी-कभी मोबाइल का भी इस्तेमाल करता था। कभी-कभी वह फोन खोलकर मैसेज कर देता था। इस तरह से उसके लोकेशन का पता चला।
पहले से ही बनाई थी हत्या की योजना :पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों ने पूछताछ के दौरान बताया कि सत्येंद्र ने पहले से ही दोनों किशोरों की हत्या की योजना बनाई थी। उसने जगतपुर बाजार क्षेत्र से रस्सी भी खरीदी। उसने अपने साथियों से कहा कि वह काम पूरा होने के बाद ही बड़ी रकम अदा करेगा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हत्या के बाद सत्येंद्र अपने साथियों के साथ केष्टोपुर इलाके में चला गया था। किराए की कार लौटा दी। साथियों ने पैसे मांगे तो सत्येंद्र ने उन्हें एक जगह खड़ा कर दिया और अंधेरी गली से चंपत हो गया।
पैसे नहीं लौटाना पड़े, इस लिए कर दी हत्या :घटना के सिलसिले में पुलिस ने इसके पहले चार लोगों को गिरफ्तार किया है। सत्येंद्र ने जिरह में कहा कि उसने छात्र अतनु से बाइक खरीदने के लिए 50,000 रुपये लिए थे। ये रुपये नहीं लौटाना पड़े, इसलिए उसने दोनों छात्रों की हत्या कर दी। क्योंकि अतनु बार-बार उससे 50 हजार रुपये मांग रहा था। हालांकि सीआइडी उसके इस दावे की सत्यता की पुष्टि करना चाहती है। जांचकर्ता इस बात की भी जांच करेंगे कि कहीं कोई और मकसद तो नहीं था। सत्येंद्र को आज बारासात कोर्ट में पेश किया गया, जहां न्यायाधीश ने उसे14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिया। उसके खिलाफ आइपीसी की धारा 302, 201, 364-ए और 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। इधर स्थानीय लोगों ने उसे कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।
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